Hindi Newsब्रिटेन का रहने वाला है आईएस का 'जेहादी जॉन'
ब्रिटेन का रहने वाला है आईएस का 'जेहादी जॉन'
आतंकी संगठन आईएस के वीडियो में अक्सर नज़र आने वाले एक आतंकी 'जेहादी जॉन' की पहचान हो गई है। खबर के मुताबिक यह लंदन का रहने वाला है। यह आतंकी अब तक कई वीडियो में दिख चुका है। हर बार बंधकों के सिर...
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 27 Feb 2015 04:36 PM
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आतंकी संगठन आईएस के वीडियो में अक्सर नज़र आने वाले एक आतंकी 'जेहादी जॉन' की पहचान हो गई है। खबर के मुताबिक यह लंदन का रहने वाला है।
यह आतंकी अब तक कई वीडियो में दिख चुका है। हर बार बंधकों के सिर कलम करने के जो वीडियो आतंकी संगठन आईएस द्वारा जारी किए जाते हैं उनमें यह 'जेहादी जॉन' दिख जाता है।
इस आतंकी के बोलने के लहजे से इस पर ब्रिटिश होने का शक हुआ था और जांच में यह बात सही साबित हुई।
अब इसके बारे में जो जानकारी सामने आई है वह हैरान कर देने वाली है। पता चला है कि इसका नाम मोहम्मद इमवाजी है और इसकी उम्र 26 साल है।
ब्रिटिश सुरक्षा एजेंसी के मुताबिक कुवैत में पैदा हुआ इमवाजी छह साल की उम्र में यूके चला गया था। वह अरबी और ब्रिटिश इंग्लिश बेहद अच्छी तरह बोल लेता है।
इमवाजी ने वेस्टमिंस्टर विश्वविद्यालय से कंप्यूटर प्रोग्रामिंग की डिग्री ली है। इमवाजी लंदन के क्वीन्स पार्क इलाके में रहता था और 2012 में इसने आईएस का दामन थाम लिया था।
कैसे बना आतंकी
2009 में वह घूमने के लिए पूर्वी अफ्रीका के देश तंजानिया गया था लेकिन वहां उतरते ही उसे हिरासत में ले लिया गया।
उसे रात भर हिरासत में रखा गया और फिर वापस भेज दिया गया। 2010 में उसे लंदन के आतंकवादरोधी संगठन ने हिरासत में ले लिया।
हालांकि उसे यह नहीं बताया गया कि उसे हिरासत में क्यों लिया गया है। लंदन एडवोकेसी ग्रुप केज के मुताबिक काफी बार इमवाजी को हिरासत में लिया गया और अंतत: वह गायब हो गया।
उसके पिता नहीं मानते कि वह आतंकी बन गया है। वह अभी तक उसे एक गुमशुदा व्यक्ति मानते हैं।
कैसे हुई पहचान
वाशिंग्टन पोस्ट से बात करते हुए इमवाजी के नजदीकी दोस्त ने बताया,"मुझे कोई शक नहीं कि मोहम्मद इमवाजी ही जिहादी जॉन है, वह मेरे भाई जैसा था, मुझे कोई शक नहीं कि ये वही है।"
केज के रिसर्च डॉरेक्टर असीम कुरैशी ने कहा,"इमवाजी, 'जिहादी जॉन' हो सकता है क्योंकि दोनों के बीच काफी समानता नज़र आती है।"
आवाज का परीक्षण करने और बंधकों का इंटरव्यू करने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने माना कि इमवाजी ही 'जिहादी जॉन' है।
कैसा था आतंकी बनने से पहले
उसके दोस्तों के मुताबिक वह काफी विनम्र था और काफी अच्छे से बोलता था। वह स्टाइलिश कपड़े पसंद करता था और काफी आधुनिक सोच का था।
वह इस्लाम में भरोसा रखता था और दाढ़ी भी रखता था। वह पढ़ाई में भी काफी अच्छा था और सामान्य लोगों की तरह अच्छा करियर और शादी करना चाहता था।
कब कब दिखाई दिया
अगस्त 2014 को वह उस वीडियो में दिखा जिसमें यूएस के पत्रकार जेम्स फॉली का सिर कलम किया गया।
दो सितंबर 2014 को वह उस वीडियो में दिखाई दिया जिसमें यूएस के पत्रकार स्टीव सॉटलॉफ का सिर कलम किया गया।
13 सितंबर 2014 को वह उस वीडियो में दिखा जिसमें ब्रिटिश नागरिक डेविड हेन्स का सिर कलम किया गया।
अक्तूबर 2014 में भी वह दिखाई दिया, उस वीडियो में जिसमें ब्रिटेश नागरिक एलन हैनिंग का सिर कलम किया गया।
नवंबर 2014 में एक बार फिर दिखाई दिया। इस बार वह जिस वीडियो में दिखा उसमें बहुत सारे लागों के सिर काटे गए।
20 जनवरी 2015 को जारी वीडियो में जिहादी जॉन को दो जापानी बंधकों के साथ देखा गया जिसमें वह पैसे की मांग कर रहा था।
31 जनवरी 2015 को वह जापानी बंधक केन्जी गोटो का सिर काटने वाले वीडियो में दिखाई दिया।
यह आतंकी अब तक कई वीडियो में दिख चुका है। हर बार बंधकों के सिर कलम करने के जो वीडियो आतंकी संगठन आईएस द्वारा जारी किए जाते हैं उनमें यह 'जेहादी जॉन' दिख जाता है।
इस आतंकी के बोलने के लहजे से इस पर ब्रिटिश होने का शक हुआ था और जांच में यह बात सही साबित हुई।
अब इसके बारे में जो जानकारी सामने आई है वह हैरान कर देने वाली है। पता चला है कि इसका नाम मोहम्मद इमवाजी है और इसकी उम्र 26 साल है।
ब्रिटिश सुरक्षा एजेंसी के मुताबिक कुवैत में पैदा हुआ इमवाजी छह साल की उम्र में यूके चला गया था। वह अरबी और ब्रिटिश इंग्लिश बेहद अच्छी तरह बोल लेता है।
इमवाजी ने वेस्टमिंस्टर विश्वविद्यालय से कंप्यूटर प्रोग्रामिंग की डिग्री ली है। इमवाजी लंदन के क्वीन्स पार्क इलाके में रहता था और 2012 में इसने आईएस का दामन थाम लिया था।
कैसे बना आतंकी
2009 में वह घूमने के लिए पूर्वी अफ्रीका के देश तंजानिया गया था लेकिन वहां उतरते ही उसे हिरासत में ले लिया गया।
उसे रात भर हिरासत में रखा गया और फिर वापस भेज दिया गया। 2010 में उसे लंदन के आतंकवादरोधी संगठन ने हिरासत में ले लिया।
हालांकि उसे यह नहीं बताया गया कि उसे हिरासत में क्यों लिया गया है। लंदन एडवोकेसी ग्रुप केज के मुताबिक काफी बार इमवाजी को हिरासत में लिया गया और अंतत: वह गायब हो गया।
उसके पिता नहीं मानते कि वह आतंकी बन गया है। वह अभी तक उसे एक गुमशुदा व्यक्ति मानते हैं।
कैसे हुई पहचान
वाशिंग्टन पोस्ट से बात करते हुए इमवाजी के नजदीकी दोस्त ने बताया,"मुझे कोई शक नहीं कि मोहम्मद इमवाजी ही जिहादी जॉन है, वह मेरे भाई जैसा था, मुझे कोई शक नहीं कि ये वही है।"
केज के रिसर्च डॉरेक्टर असीम कुरैशी ने कहा,"इमवाजी, 'जिहादी जॉन' हो सकता है क्योंकि दोनों के बीच काफी समानता नज़र आती है।"
आवाज का परीक्षण करने और बंधकों का इंटरव्यू करने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने माना कि इमवाजी ही 'जिहादी जॉन' है।
कैसा था आतंकी बनने से पहले
उसके दोस्तों के मुताबिक वह काफी विनम्र था और काफी अच्छे से बोलता था। वह स्टाइलिश कपड़े पसंद करता था और काफी आधुनिक सोच का था।
वह इस्लाम में भरोसा रखता था और दाढ़ी भी रखता था। वह पढ़ाई में भी काफी अच्छा था और सामान्य लोगों की तरह अच्छा करियर और शादी करना चाहता था।
कब कब दिखाई दिया
अगस्त 2014 को वह उस वीडियो में दिखा जिसमें यूएस के पत्रकार जेम्स फॉली का सिर कलम किया गया।
दो सितंबर 2014 को वह उस वीडियो में दिखाई दिया जिसमें यूएस के पत्रकार स्टीव सॉटलॉफ का सिर कलम किया गया।
13 सितंबर 2014 को वह उस वीडियो में दिखा जिसमें ब्रिटिश नागरिक डेविड हेन्स का सिर कलम किया गया।
अक्तूबर 2014 में भी वह दिखाई दिया, उस वीडियो में जिसमें ब्रिटेश नागरिक एलन हैनिंग का सिर कलम किया गया।
नवंबर 2014 में एक बार फिर दिखाई दिया। इस बार वह जिस वीडियो में दिखा उसमें बहुत सारे लागों के सिर काटे गए।
20 जनवरी 2015 को जारी वीडियो में जिहादी जॉन को दो जापानी बंधकों के साथ देखा गया जिसमें वह पैसे की मांग कर रहा था।
31 जनवरी 2015 को वह जापानी बंधक केन्जी गोटो का सिर काटने वाले वीडियो में दिखाई दिया।