एमएच17 त्रासदी: सुरक्षा परिषद ने की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है जिसमें यूक्रेन में मलेशिया एयलाइंस के यात्री विमान को मार गिराए जाने की घटना की अंतरराष्ट्रीय जांच कराने का आह्वान किया गया है...
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है जिसमें यूक्रेन में मलेशिया एयलाइंस के यात्री विमान को मार गिराए जाने की घटना की अंतरराष्ट्रीय जांच कराने का आह्वान किया गया है और हथियारबंद समूहों से जांचकर्ताओं को घटनास्थल तक पूरी और निर्बाध पहुंच की अनुमति देने की मांग की गई है।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से तैयार प्रस्ताव को 15 सदस्यीय परिषद ने कल मंजूरी दी और गत 17 जुलाई को पूर्वी यूक्रेन में मलेशियाई एयरलाइंस की उड़ान एमएच 17 को मार गिराए जाने की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की, जिसमें 298 लोगों की मौत हुई थी।
सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य और वीटो की हैसियत रखने वाले रूस ने भी इस प्रस्ताव पर गहन चर्चा की और इसके प्रारूप में कुछ बदलावों के बाद इसका समर्थन किया। जिसमें विमान को मार गिराने के बजाय नीचे गिराना किया गया।
इसमें कहा गया है यह प्रस्ताव अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन दिशा-निर्देश के मुताबिक घटना की विस्तृत और स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय जांच के प्रयासों का समर्थन करता है। प्रस्ताव में घटनास्थल तक अपर्याप्त और सीमित पहुंच को लेकर गहरी चिंता जताते हुए मांग की गई है कि घटनास्थल और आसपास के इलाकों में नियंत्रण रखने वाले सशस्त्र समूह ऐसी किसी कार्रवाई से बचें जिससे घटनास्थल की प्रामाणिकता से कोई समझौता होता हो।
सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव में आग्रह किया गया है कि पीडित के बरामद शवों के साथ गरिमामय, सम्मानजनक और पेशेवर सुलूक किया जाए। प्रस्ताव में यह भी मांग की गई है कि घटनास्थल के आस-पास के इलाके को सशस्त्र समूहों तथा दूसरी सभी सैन्य गतिविधियों से तत्काल मुक्त किया जाए और सुरक्षित अंतरराष्ट्रीय जांच को अनुमति दी जाए।
परिषद ने मांग की है कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए और जवाबदेही तय करने के प्रयासों में सभी देश सहयोग दें। संयुक्त राष्ट्र में रूस के स्थायी प्रतिनिधि विटली चरकिन ने कहा कि उन्होंने प्रस्ताव का समर्थन किया है क्योंकि वह इस मामले की विस्तृत और तेज जांच का समर्थन करते हैं।
उन्होंने कहा कि रूस ने जांच में मदद देने के लिए पहले ही कदम उठा लिए हैं और विशेषज्ञ देने की पेशकश की है। संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के प्रतिनिधि युरिय सरगेयेव ने सबूतों का हवाला देते हुए कहा कि सशस्त्र समूहों ने पीडितों से जुड़ी वस्तुओं को गायब किया है और घटनास्थल पर सबूतों के साथ छेड़छाड़ की है। उन्होंने कहा कि अलगाववादियों ने विमान को गिराया, शवों के साथ बुरा बर्ताव किया और अब वे जांच के काम को बाधित कर रहे हैं। उन्होंने आग्रह किया कि इन लोगों को आतंकवादी सूची में रखना चाहिए।