मलेशियाई एयरलाइंस के विमान का टायर फटा,आपात लैंडिंग
ऑस्ट्रेलिया के तटीय इलाकों में मलेशिया एयरलाइंस के लापता विमान की तलाश अभी जारी है, लेकिन इसी बीच, भारत जा रहे इसी एयरलाइंस के एक अन्य विमान के उड़ान भरते समय एक टायर फटने की वजह से आज तड़के आपातकालीन...
ऑस्ट्रेलिया के तटीय इलाकों में मलेशिया एयरलाइंस के लापता विमान की तलाश अभी जारी है, लेकिन इसी बीच, भारत जा रहे इसी एयरलाइंस के एक अन्य विमान के उड़ान भरते समय एक टायर फटने की वजह से आज तड़के आपातकालीन रूप से उतारना पड़ा।
बंगलुरु के लिए विमान के उड़ान भरने के चार घंटे बाद करीब रात 2 बजे विमान यात्री सुरक्षित वापस कुआलालंपुर हवाई अड्डे पहुंच गए। विमान में 159 यात्री और चालक दल के सात सदस्य सवार थे। पहले से ही लापता विमान, उड़ान एमएच370 को लेकर जबरदस्त दबाव का सामना कर रही मलेशिया एयरलाइंस के लिए यह घटना और अधिक परेशान करने वाली थी। एमएच370 विमान कुआलालंपुर हवाईअड्डे से उड़ान भरने के बाद करीब छह हफ्तों से लापता है।
मलेशिया के उप विदेश मंत्री हमजा जैनुद्दीन कल यात्रियों के परिजनों से मिले और आगे की कार्रवाई को लेकर चर्चा की। वित्तीय मदद पर चर्चा की गयी और लापता यात्रियों के परिजनों से विचार के लिए योजना रखने को कहा गया। जैनुद्दीन ने अधिक जानकारी देने से मना कर दिया, लेकिन कहा कि सरकार या मलेशिया एयरलाइंस एक कोष का गठन कर सकती है।
बहरहाल, परिजनों ने बैठक को लेकर असंतोष व्यक्त करते हुए एक बयान में कहा कि जब तक उन्हें कम से कम थोड़े से भी पुख्ता सबूत नहीं मिलते कि विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है, तब तक अधिकारियों को अंतिम भुगतान के साथ मामला निपटाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
परिजनों ने कहा कि बैठक में जांच की प्रगति को लेकर कोई अर्थपूर्ण जानकारी नहीं दी गयी और उनके एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया गया। परिजनों की जरूरतों की देखरेख कर रही समिति के अध्यक्ष जैनुद्दीन ने कहा कि हमें एहसास है कि यह विमान यात्रियों के परिजनों के लिए बहुत पीड़ादायक समय है। उनके दुख को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। परिजनों और दुनिया भर में घटना पर नजर बनाए लोगों की ओर से जानकारी को लेकर उत्सुकता को हम समझते हैं।
उन्होंने कहा कि वह मलेशिया और चीन के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए जल्द ही बीजिंग का दौरा करेंगे। लापता विमान में सवार 227 यात्रियों में से दो तिहाई चीनी नागरिक थे और उनके कई परिजन मलेशिया के जांच के तरीके से नाराज हैं। कुछ ने मलेशिया सरकार पर झूठ बोलने, अक्षमता या मामले की लीपापोती करने का आरोप लगाया है।