पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में मौजूदगी जीविका के लिए: चीन
चीन ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में अपने कर्मियों की मौजूदगी का मंगलवार को यह कहते हुए बचाव किया कि यह किसी देश के खिलाफ लक्षित नहीं है बल्कि वे सहयोगात्मक गतिविधियों में लिप्त हैं ताकि स्थानीय...
चीन ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में अपने कर्मियों की मौजूदगी का मंगलवार को यह कहते हुए बचाव किया कि यह किसी देश के खिलाफ लक्षित नहीं है बल्कि वे सहयोगात्मक गतिविधियों में लिप्त हैं ताकि स्थानीय लोगों की आजीविता में सुधार किया जा सके।
रक्षा मंत्री अरुण जेटली की संसद में की गई टिप्पणी पर कि भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चीनी कर्मियों की मौजूदगी के बारे में अपनी चिंताओं से चीन को अवगत करा दिया है, चीन के विदेश मंत्रालय ने यहां कहा कि इतिहास का छूटा हुआ मुद्दा है और इसका समाधान भारत और पाकिस्तान के बीच होना चाहिए।
मंत्रालय ने पूछे गए एक सवाल के जवाब में खास तौर से कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चीन की प्रासंगिक सहयोगात्मक गतिविधियां पूरी तरह से स्थानीय लोगों की आजीविका पर केन्द्रित हैं और यह किसी तीसरे पक्ष के प्रति लक्षित नहीं हैं।
चीन निर्माण परियोजनाओं के साथ ही पाकिस्तान के साथ मिलकर पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह को अपने शिंजियांग प्रांत से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के जरिये जोड़ने के लिए एक आर्थिक गलियारे के निर्माण की योजना को सक्रियता से आगे बढ़ा रहा है। अरबों डॉलर की इस परियोजना में राजमार्ग, रेल और पाइपलाइन निर्माण शामिल हैं।