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Hindi Newsराम मंदिर बनाने के लिए राजस्थान से अयोध्या पहुंचे 15 टन पत्थर

राम मंदिर बनाने के लिए राजस्थान से अयोध्या पहुंचे 15 टन पत्थर

विहिप के प्रस्तावित माडल के अनुरुप राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों की तराशी को लेकर स्थापित रामजन्मभूमि कार्यशाला का सन्नाटा जल्द ही टूट जाएगा। यहां एक बार फिर छेनी हथौड़ी की ठक ठक गूंजेगी। इस...

राम मंदिर बनाने के लिए राजस्थान से अयोध्या पहुंचे 15 टन पत्थर
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 21 Dec 2015 10:04 AM
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विहिप के प्रस्तावित माडल के अनुरुप राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों की तराशी को लेकर स्थापित रामजन्मभूमि कार्यशाला का सन्नाटा जल्द ही टूट जाएगा। यहां एक बार फिर छेनी हथौड़ी की ठक ठक गूंजेगी। इस कार्यशाला में रविवार को राजस्थान के भरतपुर से करीब 15 टन पत्थरों की पहली खेप पहुंच गई।

विहिप मीडिया के अनुसार अभी करीब 75 हजार घनफुट पत्थर और आएंगे। यह पत्थर दानदाताओं की ओर से रामजन्मभूमि न्यास को दान किया गया है। इसकी प्रेरणा विहिप के पूर्व सुप्रीमो अशोक सिंहल ने अपने जीवन के अंतिम क्षणों में दी थी।

रामसेवकपुरम स्थित कार्यशाला में पत्थरों की पहली खेप पहुंचने पर रामजन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने वैदिक मंत्रोच्चर के बीच शिला पूजन किया। इस मौके पर उन्होंने विश्वास जताया कि जल्द ही मामले का हल हो जाएगा और मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होगा।

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि मामला भले सुप्रीम कोर्ट में है लेकिन कोर्ट भी जनभावनाओं का अनादर नहीं करती है। उन्होंने कहा कि हम कोर्ट का सम्मान करते हैं और यह विश्वास है कि निर्णय हिन्दू समाज के पक्ष में ही आएगा।

न्यास अध्यक्ष ने कहा कि पहले शिलापूजन के बाद गुलामी का ढांचा ढह गया था और अब दूसरे शिला पूजन से निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार को समय देते हुए कहा कि केन्द्र सरकार के पास बहुत से कार्य हैं लेकिन वह हिन्दू जन भावना के विपरीत नहीं है।

उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए कोई तिथि घोषित करने से इनकार करते हुए कहा कि यह ईश्वर की इच्छा पर निर्भर है। उधर विहिप मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि एक लाख घनफुट पत्थरों से प्रस्तावित माडल के प्रथम तल का निर्माण पूरा हो गया है। अभी 75 हजार घनफुट पत्थरों की और आवश्यकता है जिन्हें यहां लाया जाना है।

फॉर्म 32 के द्वारा लाए जा रहे पत्थरों को ट्रकों से लाया जा रहा है जिसमें थोड़ा समय लगेगा। इस बीच शिला पूजन में महंत रामअवतार दास, अन्नूभाई सोमपुरा, प्रकाश गुप्त, रमेश दास, प्रेमनाथ मांझी, दुर्गेश पाण्डेय, रमाकांत विश्वकर्मा, ब्रजभूषण पाण्डेय, प्रेम यादव, टिन्नू यादव, हीरालाल, हनुमान प्रसाद व अन्य प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

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