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Hindi Newsआरुषि हत्याकांड: जांचकर्ता का खुलासा, कहा बेकसूर हैं माता-पिता

आरुषि हत्याकांड: जांचकर्ता का खुलासा, कहा बेकसूर हैं माता-पिता

आरुषि तलवार हत्याकांड पर बनी फिल्म 'तलवार' ने दोबारा 2008 में हुई इस घटना को सुर्खियों में ला खड़ा किया है। फिर सभी की जुबान पर वही सवाल है कि आखिर ये हत्याएं किसने की। पिछले सात साल में पहली बार...

आरुषि हत्याकांड: जांचकर्ता का खुलासा, कहा बेकसूर हैं माता-पिता
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 06 Oct 2015 02:12 PM
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आरुषि तलवार हत्याकांड पर बनी फिल्म 'तलवार' ने दोबारा 2008 में हुई इस घटना को सुर्खियों में ला खड़ा किया है। फिर सभी की जुबान पर वही सवाल है कि आखिर ये हत्याएं किसने की। पिछले सात साल में पहली बार सीबीआई के एक अधिकारी ने चुप्पी तोड़ी है। इस अधिकारी ने इस मामले की सबसे पहले जांच की थी।  अधिकारी ने एक बयान में कहा है कि उसका मानना है कि आरुषि के माता-पिता यानि राजेश तलवार और नुपूर तलवार निर्दोष हैं।

नहीं मिला था कोई सबूत
सीबीआई में तब सहायक निदेशक के पद पर तैनात अरुण कुमार ने कहा कि जांच में राजेश तलवार और नुपूर तलवार को दोषी साबित करने के लिए कोई भी सबूत नहीं मिला था। फिल्म में इनकी भूमिका इरफान खान ने निभाई है। फिलहाल राजेश और नुपूर डासना जेल में बंद हैं।

पीछे हैं दो कारण
अरुण कुमार फिलहाल सीआरपीएफ में तैनात हैं। उनका ऐसा मानने के पीछे कई कारण हैं। पहला और सबसे अहम तो यह कि हत्यारे यह पहले से ही नहीं मान सकते थे कि हेमराज का शव पुलिस को घटना के पहले दिन नहीं, अगले दिन मिलेगा। बता दें कि हेमराज का शव उसी घर की छत पर घटना के दूसरे दिन पुलिस को मिला था। दूसरा यह कि, मौके से फॉरेंसिक सैंपल कभी लिए ही नहीं गए, अगर लिए गए होते तो यह केस काफी पहले सुलझा लिया जाता।

जांच के लिए बनाई गई थीं सीबीआई की दो टीमें
सीबीआई की जांच में भी दो टीम बनाई गई थीं और जांच में दोनों टीमों के अलग निष्कर्ष निकले थे। पहला निष्कर्ष यह था कि तलवार के नौकरों ने ही आरुषि की हत्या की, लेकिन दूसरी टीम का निष्कर्ष था कि माता-पिता ने ही हत्या की जब उन्होंने आरुषि को नौकर हेमराज के साथ पाया।

कुमार के मुताबिक कृष्णा था हत्यारा
कुमार की थ्योरी के मुताबिक तलवार के नौकर कृष्णा ने आरुषि और हेमराज की हत्या की क्योंकि हेमराज ने कृष्णा और राजकुमार को आरुषि से यौन हमला करने से रोका था। इस विचार को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया जब नए सीबीआई निदेशक अश्विनी कुमार ने पदभार संभाला।

मनमुटाव का जांच पर पड़ा असर
जब कुमार से यह पूछा गया कि क्या ये सच है कि दो निदेशकों के बीच-मनमुटाव जांच में देरी की वजह बनी। जिसे फिल्म में भी दिखाया गया है, तो उन्होंने इस मामले में कुछ भी कहने से मना कर दिया। कुमार का यह भी कहना है कि जब दूसरी टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी तब एक बैठक में उनसे भी सलाह ली गई थी। मैंने साफ कहा था कि एक भी साक्ष्य ऐसा नहीं है जिससे की हत्याकांड में राजेश तलवार या फिर नुपूर तलवार के संबंध को जोड़ा जा सके। इस बैठक के बाद जांच में क्लोजर रिपोर्ट लगाई गई थी।

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