दलित परिवार के साथ तीन मासूम बच्चे भी गए जेल
दनकौर में पुलिस से भिड़कर नग्न प्रदर्शन करने वाले परिजनों के किए की सजा तीन मासूम बच्चों को भुगतनी पड़ रही है। तीनों बच्चे जिला कारागार में हैं। दनकौर पुलिस के यहां इनका कोई उल्लेख नहीं है। अब पुलिस उन...
दनकौर में पुलिस से भिड़कर नग्न प्रदर्शन करने वाले परिजनों के किए की सजा तीन मासूम बच्चों को भुगतनी पड़ रही है। तीनों बच्चे जिला कारागार में हैं। दनकौर पुलिस के यहां इनका कोई उल्लेख नहीं है। अब पुलिस उन लोगों को चिन्हित कर रही है, जिन्होंने घटना से जुड़े वीडियो को सोशल साइट्स पर वायरल किया है।
दनकौर कोतवाली पुलिस ने बुधवार को दलित परिवार के पांच सदस्यों को जेल भेज दिया था। उनके साथ तीन मासूम बच्चे भी जेल चले गए हैं। दुष्यंत (ढाई वर्ष) पुत्र सुदेश कुमार, गुंजन (दो वर्ष) पुत्री सुनील गौतम और अवनी (तीन वर्ष) पुत्री सुनील गौतम जेल में हैं। दो महिलाएं बबीता और रीता सगी बहन हैं। जो सुदेश और सुनील की पत्नियां हैं। तीसरी महिला हरवती पत्नी सोहन लाल है। दनकौर पुलिस का कहना है कि जब उन्होंने महिलाओं को हिरासत में लिया था, तब बच्चे उनके साथ नहीं थे। पुलिस रिकॉर्ड में छोटे बच्चों का कोई उल्लेख नहीं है जबकि यह तीनों बच्चे अपने परिजनों के साथ जिला जेल में बिना कोई अपराध किए सजा पा रहे हैं।
दनकौर प्रकरण का वीडियो सोशल साइट्स पर वायरल हो गया है। पुलिस वीडियो को वायरल करने वालों की पहचान करने का प्रयास कर रही है। उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि कुछ लोगों ने वीडियो को वायरल करके जातिगत संघर्ष को बढ़ावा दिया है। सामाजिक वातावरण को प्रदूषित किया है। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनकी पहचान की जा रही है।