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प्रदेश से सबसे अधिक बच्चे गुड़गांव से मिले

गुडगांव पुलिसने आपरेशन ''मुस्कान'' के दौरान राज्य में अब तक सबसे अधिक 1094 बच्चों की तलाश करने में सफलता हासिल की है। प्रदेश में सबसे अधिक बच्चे गुड़गांव पुलिस ने खोजा निकला। पुलिस कमिश्नर नवदीपन...

प्रदेश से सबसे अधिक बच्चे गुड़गांव से मिले
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 01 Aug 2015 09:17 PM
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गुडगांव पुलिसने आपरेशन ''मुस्कान'' के दौरान राज्य में अब तक सबसे अधिक 1094 बच्चों की तलाश करने में सफलता हासिल की है। प्रदेश में सबसे अधिक बच्चे गुड़गांव पुलिस ने खोजा निकला।

पुलिस कमिश्नर नवदीपन सिंह विर्क ने बताया कि गुमशुदा बच्चों की पहचान हेतू उन्हे सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से आप्रेशन ''मुस्कान'' नाम से एक विशेष अभियान चलाया गया था। यह अभियान एक जुलाई  से 31 जुलाई तक पूरे जिले में चलाया गया। अभियान के शुरू करने से पहले इस अभियान में लगाये जाने वाले पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया था। इस प्रशिक्षण के लिए बीपीआर एण्ड डी टीम, गृह मंत्रालय के पैनल विशेषज्ञों व पहले से प्रशिक्षित पुलिस कर्मचारियों का सहयोग लिया गया था।

इस अभियान के दौरान शैल्टर होमस, रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, चैराहो, धार्मिक स्थलों के आसपास लावारिश/भीख मांगने वाले बच्चों की प्रशिक्षित पुलिस कर्मचारियों द्वारा जांच की गई। इन बच्चों को गुमशुदा बच्चों की श्रेणी में मानकर इनका रिकार्ड/फोटोग्राफी तैयार करके किए गए। इन बच्चों का विवरण महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में पोर्टल मिसिंग चाइल्ड व ''खोया पाया'' पोर्टल पर भी अपलोड किया गया।

कमिश्नर ने बताया कि  पुलिस की विभिन्न टीमों ने इस आपरेशन के दौरान कुल 1094 ऐसे बच्चों की तलाश की। जिनमें से 263 बच्चे तो पहले से ही गुडगांव के अलग-अलग शेल्टर होम्स में थे। 831 बच्चों को अलग-अलग स्थानों से तलाश करके इसकी सीडब्ल्यूसी के पदाधिकारियों से काऊंसलिंग कराई गई।  831 बच्चों में से 809 बच्चों को उनके परिजनों के हवाले किया गया,22 बच्चे ऐसे भी मिले जिन्हे उनके परिजनो से नहीं मिलवाया जा सका और शेल्टर होम में छोडा गया है।

प्राप्त आंकडो के अनुसार हरियाणा प्रदेश में आपरेशन ''मुस्कान'' के दौरान कुल 4824 बच्चों की तलाश की गई जबकि गुडगांव जिला 1094 बच्चों की तलाश के साथ प्रथम स्थान पर रहा है। अभियान के दौरान लापता हुए कुछ बच्चों को उनके परिजनों से मिलाने का विवरण में कुशीनगर उत्तर प्रदेश से लगभग 15 दिनो से लापता हुये उमेश उर्म 11साल को उसके परिजनो से मिलवाया। 26 जुलाई 2015 को इफको चैक  पुलिस को लगभग 11 साल का बच्चा लावारिस हालत मे धूमता हुआ दिखाई दिया। बच्चे से बात की तो बच्चे ने अपना नाम उमेश बताया और अपना पता बताया।

एक साल से लापता हुये संजय उर्म 12 साल को उसके परिजनो से मिलवाया।  22 जुलाई 2015 को होंक कोंग बाजार के समीप स्कुल ड्रेस मे एक बच्ची जिसकी उर्म लगभग 15 साल लावारिस हालत मे धूम रही थी। पुलिस ने बातचीत की जिसने अपना नाम मिनाक्षी व अपना पता बताया जिस पर पुलिस ने बच्ची के माता पिता से सम्पर्क किया बच्ची मिनाक्षी के माता पिता ने बतलाया कि हमारी बेटी मिनाक्षी 21 जुलाई को घर से स्कूला के लिये निकली थी जो वापिस घर नही आई। इसी प्रकार पुलिस की टीमों ने कई बच्चों की तलाश किया।

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