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स्वतंत्रता दिवस समारोह में तामपत्र प्रदान कर किए जाएंगे सम्मानित

एमरजेंसी के दौरान जिला के जो लोग प्रताडि़त किए गए और जेल भेजे गए , उन्हे स्वतंत्रता दिवस समारोह में ताम्रपत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। जिला प्रशासन ऐसे लोगों की सूची बना रहा है। इस संबंध में जानकारी...

स्वतंत्रता दिवस समारोह में तामपत्र प्रदान कर किए जाएंगे सम्मानित
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 30 Jul 2015 09:55 PM
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एमरजेंसी के दौरान जिला के जो लोग प्रताडि़त किए गए और जेल भेजे गए , उन्हे स्वतंत्रता दिवस समारोह में ताम्रपत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। जिला प्रशासन ऐसे लोगों की सूची बना रहा है। इस संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त टी एल सत्यप्रकाश ने बताया कि हरियाणा सरकार ने एमरजेंसी के दौरान प्रताडि़त किए गए एवं जेल भेजे गए लोगों द्वारा लोकतंत्र की बहाली के लिए किए गए संघर्ष का सम्मान करने का निर्णय लिया है। ऐसे व्यक्तियों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ताम्रपत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा ऐसे लोगों की सूची तैयार की जा रही है। श्री सत्यप्रकाश ने कहा कि जिला के वे सभी लोग जिन्होंने एमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र की बहाली के लिए प्रताड़ना झेली और जेल गए, वे उपायुक्त कार्यालय में तुंरत संपर्क करें।

उन्होंने बताया कि उपायुक्त कार्यालय की एमए ब्रांच में ऐसे व्यक्तियों की सूची बनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि एमरजेंसी के दौरान जो लोग जेल गए, उनके परिजन भी आकर उनका नाम तथा अन्य विवरण उपायुक्त कार्यालय में नोट करवा सकते है। उपायुक्त के अनुसार इन सभी लोगों के नामों व विवरण आदि की पुष्टि करवाने के बाद इनके नाम सूचीबद्ध किए जाएंगे और स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इन्हें ताम्रपत्र भेंट कर सम्मानित किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने एमरजेंसी के दौरान जेल गए लोगों के लिए कई प्रकार की रियायतों की भी घोषणा की है। ऐसे व्यक्तियों को हरियाणा परिवहन की सामान्य बसों में पति-पत्नी दोनों को मुफ्त यात्रा सुविधा मुहैया करवाई जाएगी। इसी प्रकार, पति-पत्नी दोनो को वोल्वो बसों के किराए में 75 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों में पति-पत्नी दोनो का इलाज मुफ्त होगा और निजी अस्पतालों में उनके उपचार के खर्च की प्रतिपूर्ति सरकारी कर्मचारियों की तर्ज पर होगी। उपायुक्त ने बताया कि यदि ऐसे व्यक्तियो को जीवनयापन में अब किसी प्रकार की कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है तो राज्य सरकार द्वारा उनकी पूरी देखभाल की जाएगी।

श्री सत्यप्रकाश ने कहा कि राज्य सरकार ने 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक के एमरजेंसी के कार्यकाल को स्वतंत्र भारत के इतिहास का सबसे काला अध्याय माना है। उस समय के लिखे हुए लेख, कविता, कहानी या अन्य साहित्य सामग्री किसी व्यक्ति के पास हो तो वह उस सामग्री को जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी के कार्यालय में भिजवाएं। इस साहित्य को संकलित करके 'शुभ्र ज्योत्सना' नामक ग्रंथ प्रकाशित किया जाएगा, जिसका 26 जनवरी 2016 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर विमोचन किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि यदि जिला के किसी भी व्यक्ति के पास एमरजेंसी के कार्यकाल के दौरान के किसी भी प्रकार के संस्मरण की ऑडियों या वीडियो हो तो वह भी जिला सूचना एंव जनसंपर्क अधिकारी के कार्यालय में जमा करवा दे।

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