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कोर्ट ने डराया तो फर्जी डिग्री वाले 130 शिक्षकों ने इस्तीफा दिया

राज्य के विद्यालयों में फर्जी डिग्री पर बहाल नियोजित शिक्षकों की निगरानी जांच में शुक्रवार को नया खुलासा हुआ है। पिछले एक सप्ताह में फर्जी डिग्री पर बहाल 130 शिक्षकों ने खुद त्याग पत्र दे दिया है।...

कोर्ट ने डराया तो फर्जी डिग्री वाले 130 शिक्षकों ने इस्तीफा दिया
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 03 Jul 2015 08:35 PM
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राज्य के विद्यालयों में फर्जी डिग्री पर बहाल नियोजित शिक्षकों की निगरानी जांच में शुक्रवार को नया खुलासा हुआ है। पिछले एक सप्ताह में फर्जी डिग्री पर बहाल 130 शिक्षकों ने खुद त्याग पत्र दे दिया है। इनमें प्रारंभिक कक्षाओं में नियोजित 119 शिक्षक जबकि माध्यमिक और उच्च माध्यमिक में नियोजित 10 शिक्षक शामिल हैं। सबसे अधिक 20 नियोजित शिक्षकों ने जमुई जिले में इस्तीफा दिया है। शुक्रवार को शिक्षा विभाग में निगरानी जांच ब्यूरो के साथ हुई संयुक्त समीक्षा बैठक में जिलों से आए मामलों को समेकित करने के बाद यह बात सामने आई। 17 जिलों के एक भी फर्जी डिग्रीधारी शिक्षकों ने इस्तीफा नहीं दिया है।

पटना हाईकोर्ट के आदेश पर शिक्षा विभाग ने 23 जून को फर्जी डिग्री पर नियुक्त शिक्षकों को एक बार क्षमादान का ऑफर दिया था। इसके तहत ऐसे शिक्षकों को 9 जुलाई तक पद त्यागने पर उन पर कोई कार्रवाई नहीं होगी। वे पैसे की वसूली, गिरफ्तारी और मुकदमे से बरी रहेंगे। इस ऑफर के बाद 1 जुलाई तक 129 शिक्षकों ने इस्तीफा दिया है। शिक्षा विभाग और निगरानी दोनों को उम्मीद है कि 9 जुलाई के पहले बड़ी संख्या में अवैध डिग्रीधारी शिक्षक इस्तीफा सौंपेंगे।

हाईकोर्ट को सौंपी जाएगी रिपोर्ट

अबतक की जांच की प्रगति का प्रतिवेदन शिक्षा विभाग 5 जुलाई को शपथ पत्र के रूप में पटना हाईकोर्ट को सौंपेगा। 10 जुलाई को फिर जिलों से जानकारी समेकित की जाएगी कि 9 जुलाई तक कितने शिक्षकों का इस्तीफा आया। 9 जुलाई के बाद त्याग पत्र देने वालों को क्षमादान नहीं मिलेगा।

713 का नियोजन पहले ही हो चुका है रद्द

शिक्षा विभाग ने वर्ष 2008 से फर्जी या अमान्य डिग्री पर नियोजित शिक्षकों की सर्टिफिकेट जांच अपने स्तर से शुरू की थी। इसमें 822 शिक्षक अवैध डिग्री पर नियोजित पाये गए थे जिनमें से 713 का नियोजन रद्द कर दिया गया था। 214 पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। 822 शिक्षक फर्जी तब पाये गए थे जब 9 जिलों अरवल, भोजपुर, दरभंगा, कैमूर, मधुबनी, सहरसा, सीतामढ़ी, सुपौल और पश्चिम चंपारण ने शिक्षा विभाग को कोई आंकड़ा नहीं दिया था। विभाग की ओर से इस कार्रवाई का शपथ पत्र 19 मई 2015 को पटना हाईकोर्ट को सौंपा गया था।

हफ्तेभर में इन जिलों में प्रारंभिक में नियोजित शिक्षकों ने दिए इस्तीफे

अररिया(12), औरंगाबाद (03), बांका(05), बेगूसराय (03), भोजपुर(03), बक्सर (04), गया(07), गोपालगंज (04), जमुई (20), कटिहार (04), खगड़िया(01), किशनगंज (06), मधेपुरा (02), मुंगेर    (02), मुजफ्फरपुर (01), नालंदा (05), नवादा (06), पटना (02), पूर्णिया (08), रोहतास (05), सारण (01), सीतामढ़ी (07), सीवान (04), वैशाली(06)
 

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