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व्यापमं घोटाला: केंद्र से मिला था शिवराज को सीबीआई जांच का आदेश, आज हाईकोर्ट में होगी सुनवाई

व्यापमं घोटाले में मध्य प्रदेश सरकार की याचिका पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई हो सकती है। इस मामले में लगातार हो रही मौतों के बाद हाईकोर्ट आज सीबीआई जांच के आदेश भी दे सकता है। लगातार सीबीआई जांच से इनकार...

व्यापमं घोटाला: केंद्र से मिला था शिवराज को सीबीआई जांच का आदेश, आज हाईकोर्ट में होगी सुनवाई
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 08 Jul 2015 12:13 PM
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व्यापमं घोटाले में मध्य प्रदेश सरकार की याचिका पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई हो सकती है। इस मामले में लगातार हो रही मौतों के बाद हाईकोर्ट आज सीबीआई जांच के आदेश भी दे सकता है। लगातार सीबीआई जांच से इनकार कर रही एमपी सरकार ने कल कोर्ट से सीबीआई जांच की सिफारिश की थी।

गौरतलब है कि व्यापमं घोटाले से जुड़े लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौतों के बाद भी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की हाईकोर्ट की निगरानी में चल रही एसआईटी जांच का हवाला देकर बचने की कोशिश आखिरकार बेकार गई। विपक्ष के साथ ही पार्टी में भी इस मसले पर बने दबाव के चलते शिवराज को अपने फैसले पर पुनर्विचार के लिए मजबूर होना पड़ा।

भाजपा सूत्रों के अनुसार, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दो दिन पहले स्पष्ट कर दिया था कि इस मसले पर विश्वसनीय जांच जरूरी है। बावजूद इसके शिवराज का अड़ना नेतृत्व को समझ नहीं आया और मुख्यमंत्री को रुख बदलना पड़ा। दरअसल, लगातार हो रही मौतों और कांग्रेस की ओर से इसे व्यापमं से जोड़े जाने से बिगड़ रहे माहौल से पार्टी की मुश्किलें बढ़ रही हैं। दो सप्ताह बाद संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है और सरकार पहले ही ललित मोदी के नित नए खुलासों से सांसत में है। ऐसे में केंद्रीय नेतृत्व के स्पष्ट निर्देशों पर शिवराज को सीबीआई जांच के लिए सहमत होना पड़ा है।

एक माह में तीन मुख्यमंत्री विवादों में घिरे
एक माह में तेजी से चले घटनाक्रम में अलग अलग मामलों में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ तीन मुख्यमंत्रियों के विवाद में आने से मोदी सरकार की दिक्कतें बढ़ रहीं थीं। विपक्ष ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर ललित मोदी मामले में, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर व्यापमं में और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह पर चावल घोटाले में आरोप लगाए थे। व्यापमं में तो केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भी शिवराज सरकार पर भी सवाल खड़े कर दिए थे। ऐसे में विपक्ष की धार को कम करने व मानसून सत्र को विपक्षी हंगामे से बचाने के लिए सीबीआई से जांच की शिफारिश करने का फैसला किया गया।

भाजपा नेतृत्व को यह डर भी था कि ऐसे माहौल में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सीबीआई जांच का फैसला ले सकता है। इसलिए पहले से ही सीबीआई जांच की सिफारिश कर मामले को अपने खिलाफ न जाने दिया जाए। गौरतलब है कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एक दिन पहले ही कहा था कि हाईकोर्ट की निगरानी में एसआईटी जांच सही चल रही है और सरकार अपनी तरफ से अदालत को सीबीआई जांच के लिए नहीं कहेगी।

सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो सीबीआई जांच : कांग्रेस
व्यापम मामले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से मामले की सीबीआई जांच कराने के लिए हाईकोर्ट से अनुरोध को कांग्रेस ने खारिज कर दिया है। पार्टी का कहना है कि सीबीआई जांच का पत्र लिखकर भाजपा एक बार फिर लोगों की आंखो में धूल झोंकने की कोशिश कर रही है। पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग दोहराई है। साथ ही पार्टी का कहना है कि मुख्यमंत्री को अपने पत्र से इस्तीफा देना चाहिए।

पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि चौहान ने सुप्रीम कोर्ट में नौ जुलाई को इस मामले में दायर याचिकाओं पर सुनवाई के दबाव में यह फैसला किया है। सिधिंया ने कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली इस मामले में स्वतंत्र जांच की वकालत कर चुके हैं। केंद्रीय मंत्री उमा भारती अपने समर्थकों की सुरक्षा को लेकर चिंता जता चुकी है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में ही सीबीआई की जांच होनी चाहिए।

सिंधिया ने कहा कि संविधान के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी किसी भी मामले की सीबीआई की जांच कराने के लिए चौहान को चिठ्ठी लिखनी चाहिए लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि इस मामले में बड़े-बड़े लोग जुड़े हैं। ऐसे में पारदर्शी जांच के लिए चौहान को फौरन अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। तभी इस मामले में निष्पक्ष जांच हो सकती है।

कांग्रेस ने बुलाया मध्य प्रदेश बंद
व्यापमं घोटाले पर प्रदेश की भाजपा सरकार पर दबाव बढ़ाते हुए कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का इस्तीफा और इस दौरान हुई संदिग्ध मौतों की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई से कराने की मांग को लेकर 16 जुलाई को मध्य प्रदेश बंद का आह्वान किया है।

कांग्रेस के महासचिव और मध्यप्रदेश के प्रभारी मोहन प्रकाश ने मंगलवार को कहा, व्यापमं घोटाले की निष्पक्ष जांच के लिए चौहान को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बंद विशेष रूप से घोटाले से जुडे़ मृतकों को श्रद्घांजलि अर्पित करने के लिए आयोजित किया गया है। इसमें पार्टी जिला स्तर पर मृतकों की आत्मा की शांति के लिए शोक सभा भी आयोजित करेगी।

एसआईटी दबाव में काम नहीं कर रही: जस्टिस भूषण
व्यापमं घोटाले में मध्य प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की जांच की निगरानी कर रहे विशेष जांच दल का नेतृत्व कर रहे हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश चंद्रेश भूषण ने कहा कि मामले में मौत रहस्यमयी नहीं बल्कि असामान्य हैं। उन्होंने एसआईटी पर प्रदेश की भाजपा सरकार का दबाव होने की धारणाओं को खारिज करते हुए कहा, हम दबाव में काम नहीं करते। एसआईटी मध्य प्रदेश हाईकोर्ट को हर सप्ताह मामले में कार्रवाई की रिपोर्ट देती है।

पूर्व शिक्षा मंत्री का ओएसडी फिर पहुंचा जेल
मध्य प्रदेश के व्यापमं घोटाला मामले में जेल में बंद तत्कालीन तकनीकी शिक्षा एवं उच्च शिक्षा मंत्री के पूर्व ओएसडी ओपी शुक्ला को बीमारी की शिकायत के चलते अदालत के आदेश पर सोमवार को यहां सरकारी हमीदिया अस्पताल में भर्ती किया गया था। शुक्ला को अस्पताल से छुट्टी मिलने पर फिर से जेल भेज दिया गया। वहीं घोटाले के आरोपी और लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस छात्र वीरेंद्र कुमार बिंद को भोपाल की स्थानीय अदालत ने 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बिंद पर विद्यार्थी राज किशोर उइके के स्थान पर फर्जी तरीके से वर्ष 2009-2010 में आयोजित पीएमटी परीक्षा देने का आरोप है।

व्यापमं में मनी लांड्रिंग जांच प्रगति पर: ईडी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निदेशक राजन कटोच ने मंगलवार को कहा कि व्यापमं घोटाले में मनी लांड्रिंग (धन शोधन) को लेकर चल रही जांच प्रगति पर है। ईडी के साल्टलेक कार्यालय पहुंचे कटोच ने कहा कि धन शोधन रोकथाम कानून के तहत कुछ आरोपियों की संपत्तियां जब्त की गई हैं। ईडी ने पिछले साल मार्च में पूर्व शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा और 27 अन्य आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। ईडी ने घोटाले के मास्टरमाइंड जगदीश सागर की तीन करोड़ की संपत्ति भी जब्त की है।

सक्षम संस्था से कराई जाए जांच : ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि व्यापमं घोटाले की जांच किसी तटस्थ एवं सक्षम संस्था से कराई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह चिंता का मामला है क्योंकि यह निर्मम हत्याओं के बराबर है। यह पूछे जाने पर कि क्या सीबीआई जांच उचित रहेगी, ममता ने कहा, सिर्फ सीबीआई जांच क्यों मैं सभी एजेंसियों का सम्मान करती हूं। सीबीआई भी सभी केस सुलझाने में कामयाब नहीं रही है।
 

 

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