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बैंकिंग क्षेत्र में मिलेंगी 16 लाख नौकरियां

बैंकिंग व्यवस्था में बदलाव शुरू कर चुकी सरकार को उम्मीद है कि 2017 तक 6.5 लाख लोगों के इस क्षेत्र में रोजगार मिलेगा। जबकि 2022 तक 16 लाख को बैंकिंग क्षेत्र में नौकरी मिलेगी। जो बंधन, मुद्रा,...

बैंकिंग क्षेत्र में मिलेंगी 16 लाख नौकरियां
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 03 Oct 2015 07:29 PM
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बैंकिंग व्यवस्था में बदलाव शुरू कर चुकी सरकार को उम्मीद है कि 2017 तक 6.5 लाख लोगों के इस क्षेत्र में रोजगार मिलेगा। जबकि 2022 तक 16 लाख को बैंकिंग क्षेत्र में नौकरी मिलेगी। जो बंधन, मुद्रा, व्यवसायिक, आईडीएफसी, स्मॉल और पेंमेंट बैंकों में शीर्ष स्तर से लेकर क्लर्क पद तक की होंगी।

वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक सरकार की सिफारिश पर आरबीआई बैंकिंग क्षेत्र में बदलाव के लिए पूरी तरह सहमत है। यही वजह है कि दो व्यवसायिक, दस स्मॉल और ग्यारह पेमेंट बैंक के लिए रिजर्व बैंक की ओर से लाइसेंस जारी कर दिए गए।

इससे बैंकिंग क्षेत्र में नए रोजगार लोगों को मिलेंगी, जिनका आंकड़ा काफी बड़ा है। इस संबंध में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) भी अपनी रिपोर्ट में अनुमानित तौर पर यह साफ कर चुका है कि 2022 तक 16 लाख लोगों को बैंकिंग क्षेत्र में नौकरियां मिलेंगी।

मंत्रालय के आर्थिक विभाग के अधिकारी ने कहा कि बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा क्षेत्र के विस्तार युवाओं को नए रोजगार का मौका देगा। उन्होंने कहा कि गत माह से शुरू हुए बंधन बैंक ने हाल ही 9 शाखाएं खोली हैं। बैंक की योजना है कि अगले वित्तीय वर्ष में 27 राज्यों में 650 शाखाएं खोलेगा। इन शाखाओं में बड़ी तादाद में अधिकारी और कर्मचारी स्तर पर लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा  आईडीएफसी बैंक ने एक अक्टूबर से व्यवसायिक बैंकिंग की शुरुआत कर दी है। अधिकारी ने कहा कि आईडीएफसी ने 23 शाखाओं के साथ अपनी शुरुआत की है। मौजूदा समय इनमें से 15 शाखाएं मध्य प्रदेश में हैं। हालांकि इस बैंक का लक्ष्य है कि इस साल के अंत तक 60 शाखाएं खोले। जबकि इसके अलावा मुद्रा बैंक की सेवाओं से लोगों को दोहरा फायदा मिलेगा। इस बैंक की शाखाएं बढ़ने के साथ जहां बैंकिंग क्षेत्र में लोगों को नौकरी मिलेगी। वहीं इस बैंक से ऋण लेकर नया काम शुरू करने वाले लोग भी रोजगार सृजित करेंगे।

गौरतलब है कि एनएसडीसी की ओर से जारी किए गए आंकड़े वित्त मंत्रालय और आरबीआई की भविष्य की योजनाओं पर आधारित हैं।

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