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अन्ना हजारे, मलाला और ठाकरे पर लिखी पुस्तकें भी खरीदेगा केवी

केंद्रीय विद्यालय संगठन ने अपने पुस्तकालयों के लिए 360 नई किताबें खरीदने का निर्णय लिया है जिनमें पाकिस्तान की मानवाधिकार कार्यकर्ता मुलाला, शिवसेना नेता बाल ठाकरे, नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश...

अन्ना हजारे, मलाला और ठाकरे पर लिखी पुस्तकें भी खरीदेगा केवी
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 03 Aug 2015 08:18 PM
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केंद्रीय विद्यालय संगठन ने अपने पुस्तकालयों के लिए 360 नई किताबें खरीदने का निर्णय लिया है जिनमें पाकिस्तान की मानवाधिकार कार्यकर्ता मुलाला, शिवसेना नेता बाल ठाकरे, नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी और सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे पर लिखी गई पुस्तकें भी शामिल हैं। इसी प्रकार योग पर विभिन्न लेखकों की कई किताबों को भी शामिल किया गया है।

केंद्रीय विद्यालय की पुस्तकालयन समिति की पिछले महीने हुई बैठक में 360 नई पुस्तकें खरीदने को मंजूरी दी गई। इनमें 303 हिंदी और 57 अंग्रेजी की पुस्तकें हैं। चर्चित किताबों में सुमन वाजपेयी की पुस्तक मलाला हूं मैं, डा. पवित्र कुमार द्वारा लिखित अन्ना हजार एवं लोकपाल विधेयक, इंदिरा गांदी-व्यक्ति एवं विचार, एक था टाईगर-बाल ठाकरे, मत चूको चौहान, सिकंदर का आक्रमण तथा हिन्दू मान्यताओं का वैज्ञानिक आधार नामक पुस्तकें भी खरीद सूची में शामिल हैं।

महान विभूतियों पर शामिल की गई पुस्तकों में पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम पर कई किताबें हैं। इनमें प्रमुख रूप से आपका भविष्य आपके हाथ किताब शामिल है। इसी प्रकार एक किताब राजेन्द्र पटेरिया की है जो देश के 50 क्रांतिकारियों पर लिखी गई है। क्रांतिकारियों, शहीदों पर और भी कई किताबें हैं। एक किताब राष्ट्रपति डा. प्रणब मुखर्जी पर है जिसका शीर्षक है शिखर का सफर-प्रणब मुखर्जी। इसे डा. वीरेन्द्र सिंह बघेल ने लिखा है।

इसके अलावा प्रमुख पुस्तकों में सआदत हसंन मंटो की टोबा टेक सिंह, प्रेमचंद की पंच परमेश्वर और नमक का दरोगा जैसी प्रमुख किताबें हैं। इसी प्रकार अलीबाबा चालीस चोर, अकबर-बीरबल के किस्से के साथ-साथ फैज, गालिब और इकबाल की शेरो शायरी से जुड़ी किताबें भी केंद्रीय विद्यालय प्रशासन ने खरीदने का फैसला किया है। खास बात यह है कि पहली बार इतनी ज्यादा मात्रा में हिन्दी में लिखी किताबें खरीदने का निर्णय लिया गया है। वर्ना अंग्रेजी लेखकों की किताबें ही अभी तक ज्यादा खरीदी जाती रही हैं।

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