राष्ट्रकवि के बहाने नरेंद्र मोदी के निशाने पर लालू-नीतीश
विधानसभा चुनाव से पहले बिहार के मतदाताओं तक पहुंच बनाने की पहल करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य के लोगों से जात पात से ऊपर उठने और सबसे बेहतर को समर्थन देने की अपील की। राष्ट्रकवि...
विधानसभा चुनाव से पहले बिहार के मतदाताओं तक पहुंच बनाने की पहल करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य के लोगों से जात पात से ऊपर उठने और सबसे बेहतर को समर्थन देने की अपील की।
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कुछ कृतियों के स्वर्ण जयंती वर्ष पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह बिहार को प्रगति और समृद्धि की सोच के साथ आगे ले जाने को प्रतिबद्ध हैं और इस राज्य की प्रगति के बिना भारत का विकास अधूरा है।
मोदी ने कहा कि एक तरफ जहां भारत का पश्चिमी भाग में समृद्ध है, वहीं पूर्वी भारत ज्ञान से परिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि देश के विकास में दोनों क्षेत्रों की समान हिस्सेदारी होनी चाहिए।
दिनकरजी द्वारा 1961 में लिखे एक पत्र का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि राष्ट्रकवि का यह मत था कि बिहार को जात पात को भूलना और सबसे अच्छे पथ का अनुसरण करना होगा।
मोदी ने पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि आप एक या दो जातियों के सहारे शासन नहीं कर सकते। अगर आप जातपात से ऊपर नहीं उठेंगे, तब बिहार का सामाजिक विकास प्रभावित होगा।