डॉंक्टर की मौत: कुछ दिन पहले भी खाई थीं नींद की गोलियां
पहाड़गंज स्थित एक होटल में खुदकुशी करने वाली एम्स के एनेसथिसिया विभाग की महिला डॉंक्टर प्रिया वेदी ने इसके पहले भी खुदकुशी करने का प्रयास किया था। उसने अपने पति से कहासुनी होने पर कुछ दिन पहले नींद...
पहाड़गंज स्थित एक होटल में खुदकुशी करने वाली एम्स के एनेसथिसिया विभाग की महिला डॉंक्टर प्रिया वेदी ने इसके पहले भी खुदकुशी करने का प्रयास किया था। उसने अपने पति से कहासुनी होने पर कुछ दिन पहले नींद की गोलियां भी खाई थी। यह आरोप महिला डॉंक्टर के परिजनों ने लगाया।
महिला डॉंक्टर प्रिया वेदी के परिजनों का यह भी कहना है कि उसने उन्हें शनिवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे फोन कर अपने पिता राम बाबू को बुलाया था। उसने यह कहा था कि उसे उसके पति ससुराल के अन्य सदस्य मिलकर प्रताडित कर रहे हैं। फोन करते वक्त महिला डॉंक्टर रो रही थी। अचानक ही उसका फोन कट गया। इसके बाद उसके घरवालों ने फोन कर लगातार संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया।
इसके बाद परेशान पिता अपने घर से दिल्ली आने के लिए निकल पड़े। दिल्ली पहुंचने पर उन्होंने अपनी बेटी के सुसर महेश वेदी से मुलाकात की तो यह पता चला कि वह कहीं चली गई है। इस पर वह सीधे थाने पहुंचे। वहां उन्हें यह बताया गया कि महिला डॉंक्टर के पति उसके गायब होने की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
महिला डॉंक्टर की अभी तलाश की ही जा रही थी कि इतने में पता चला कि वह पहाड़गंज स्थित एक होटल में खून से लथपथ हालत में पड़ी है। उसके हाथ की नस कटी है। पुलिस से मिली सूचना के बाद उसका पति डॉंक्टर कमल भी वहां पहुंचा। पुलिस ने जांच आरंभ की तो घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ, जिसमें डॉंक्टर प्रिया वेदी ने अपने पति के समलैंगिक होने और उसके व ससुराल वालों द्वारा परेशान करने का आरोप लगाया था। बहरहाल पुलिस ने उसके पति को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच में जुटी है।
कभी किसी से साझा नहीं की थी परेशानी
दिसबंर महीने में एम्स की नर्सिंग छात्रा पल्लवी ग्रोवर की मौत के बाद बीते छह महीने में यह दूसरा मामला है जब एम्स की किसी महिला चिकित्सक ने आत्महत्या का रास्ता अपनाया है। डॉं. प्रिया की आत्महत्या की खबर के बाद एम्स के एनीस्थिसिया विभाग ने लोगों ने सहानुभूति तो दर्ज की, लेकिन साथी चिकित्सकों ने कहा कि उसने कभी भी किसी साथी के साथ अपनी समस्या को साक्षा नहीं किया था।
डॉं. प्रिया वेदी की आत्महत्या की खबर के बाद एम्स के एनीस्थीसिया विभाग सहित अन्य विभागों में दिनभर चर्चा रही। मामला हालांकि व्यक्तिगत होने के कारण आरडीए ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। हाल ही गठित एम्स की नई आरडीए ने अपने पन्द्रह सूत्रीय एजेंडे में छात्रों की काउंसिलिंग को शामिल नहीं किया है। सात दिसंबर को एम्स के हॉस्टल में बीएससी नर्सिग तीसरे वर्ष की छात्रा की आत्महत्या के बाद छात्रों ने कई दिनों तक धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद तनाव का हल ढूंढ़ने पर एक बार मत्थापच्ची की गई, लेकिन दो हफ्ते बाद मामला फिर शात हो गया।
एम्स रेजिडेंट छात्रा के आत्महत्या करने के ताजा मामले को हालांकि एम्स प्रशासन ने व्यक्तिगत बताया है। बावजूद छात्र संघ का कहना है कि छात्रों का तनाव दूर करने के लिए 2007 में गठित थोरॉट कमेटी की सिफारिशों को लागू कर दिया जाएं तो संभव है कि छात्रों में बढ़ते तनाव को रोका जा सकता है। 2012 में एमबीबीएस के छात्र अनिल मीणा की आत्महत्या के बाद छात्रों की काउंसिलिंग के लिए हेल्पलाइन के गठन की बात हुई थी।
पति ने एक दिन पहले ही दर्ज कराई थी प्रिया की गुमशुदगी की रिपोर्ट
डॉंक्टर प्रिया के पति डॉंक्टर कमल ने खुदकुशी के एक दिन पहले ही उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने नबी करीम इलाके के कुछ होटलों की तलाशी भी ली थी। अगले दिन उसकी लाश पहाड़गंज के एक होटल से बरामद की गई थी। पुलिस की तरफ से तीस हजारी अदालत में सोमवार को यह जानकारी दी गई। मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष मृतक डॉंक्टर प्रिया के डॉंक्टर पति कमल बेदी को पेश करते हुए पुलिस ने बताया कि मृतका के पास से एक आत्महत्या का नोट भी बरामद हुआ है। अदालत ने आरोपी कमल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।