ये है राखी बांधने की सही विधि
रक्षाबंधन का त्योहार 29 अगस्त (शनिवार) को है, भद्रा के कारण दोपहर 1.51 बजे के बाद ही राखी बांधी जा सकेगी। भद्रा में रक्षासूत्र बांधना सही नहीं माना जाता है। सबसे ज्यादा अशुभ मानी जाती है शनिवार की...
रक्षाबंधन का त्योहार 29 अगस्त (शनिवार) को है, भद्रा के कारण दोपहर 1.51 बजे के बाद ही राखी बांधी जा सकेगी। भद्रा में रक्षासूत्र बांधना सही नहीं माना जाता है। सबसे ज्यादा अशुभ मानी जाती है शनिवार की भद्रा। ऐसे में आपको रक्षा बंधन मनाने के लिए सही विधि का पता होना और भी जरूरी हो जाता है। जानिए राखी बांधने की सही विधि:
राखी बांधने तक उपवास: बहनों को भाई के राखी बांधने तक उपवास रखना चाहिए। कुछ बहनें को राखी बांधने तक निर्जला उपवास करती हैं।
क्या हो पूजा की थाली में: ज्योतिषाचार्य पंडित दिवाकर त्रिपाठी के अनुसार रक्षा बंधन भाई के राखी बांधने से पहले पूजा की थाली तैयार करनी होती है। पूजा की थाली में दही, अक्षत, रोली, फूल, दीपक, राखी और मिठाई सजानी चाहिए।
सही विधि: राखी बांधते समय सबसे पहले बहनों को भाई के दही से तिलक करना चाहिए। इसके बाद ही रोली से तिलक करना चाहिए। तिलक के बाद भाई पर अभत और फूल चढ़ाए जाते हैं। अक्षत और फूल चढ़ाते समय बहनों को भाई की लंबी उम्र की कामना करनी चाहिए। इसके बाद बहनें भाई के राखी बांधती हैं और भाई की आरती करती हैं।