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बोनेट के टुकड़े से खुला बच्ची की मौत का राज

नई दिल्ली। समरजीत सिंह। साकेत पुलिस ने एसयूवी कार के बोनेट के छोटे से टुकड़े की मदद से चार महीने पहले एक सड़क हादसे में हुई बच्ची की मौत के आरोपी तक पहुंचने का दावा किया है। पुलिस के अनुसार, कार...

बोनेट के टुकड़े से खुला बच्ची की मौत का राज
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 23 Aug 2014 12:58 AM
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नई दिल्ली। समरजीत सिंह। साकेत पुलिस ने एसयूवी कार के बोनेट के छोटे से टुकड़े की मदद से चार महीने पहले एक सड़क हादसे में हुई बच्ची की मौत के आरोपी तक पहुंचने का दावा किया है।

पुलिस के अनुसार, कार मालिक पेशे से एक प्रॉपर्टी डीलर है और दिल्ली में उसकी कई जगह कोठियां हैं। पुलिस इस मामले में उससे दो दिनों से पूछताछ कर रही है। दरअसल, चार महीने पहले साकेत मेट्रो स्टेशन के पास एक एसयूवी कार ने ऑटो को टक्कर मारी थी, टक्कर इतनी जोरदार थी कि ऑटो आगे चल रही बाइक से तेजी से जा टकराया। घटना में बाइक पर सवार एक आठ वर्षीय बच्ची की मौत हो गई, जबकि अन्य चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

वारदात को अंजाम देने के बाद कार चालक घटनास्थल से फरार हो गया था। लेकिन टक्कर तेज होने की वजह से कार के बोनेट के बाएं तरफ का छोटा हिस्सा वहां टूटकर गिर गया था। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने इस टुकड़े को अपने कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू की। चार महीने बाद पुलिस घटना को अंजाम देने वाले कार मालिक तक पहुंच गई। साकेत थाने के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच के शुरुआती चरण में हमें लगा था कि मामले में सबूतों की कमी की वजह से हमें फाइल बंद करनी पड़ेगी।

लेकिन इसी बीच हमने घटनास्थल से मिले बोनेट के टुकड़े को सबूत मानते हुए जांच आगे बढ़ाने का फैसला किया। इस संबंध में सबसे पहले सीबीआई की विशेष टीम की मदद ली गई। हमने घटनास्थल से मिले बोनेट के छोटे से टुकड़े को जांच के लिए सीबीआई के विशेषज्ञों के पास भेजा। विशेषज्ञों की टीम के द्वारा बोनेट के टुकड़े की जांच के दौरान एक सीरियल नंबर मिला। जिसके बाद हमने ऑटो एक्सपर्ट से मदद ली। जिसने हमें बताया कि यह टुकड़ा फोर्ड की एसयूवी कार इंडेवर कार का है।

इसके बाद हमें लगा कि संबंधित कार का मालिक टूटे बोनेट को बदलवाने के लिए कंपनी के सर्विस सेंटर में जरूर जाएगा। लिहाजा हमने दिल्ली एनसीआर स्थित फोर्ड कंपनी के सभी सर्विस सेंटर से संपर्क किया और सभी से 17 मार्च के बाद सर्विस के लिए आने वाली इंडेवर कार और खासकर बोनेट बदलवाने वाले कार मालिक के बारे में पूछा। कुछ दिन की छानबीन के बाद गुड़गांव के एक सर्विस सेंटर से जानकारी दी गई की एक हजार सीरीज के नंबर वाली तीन सफेद फोर्ड इंडेवर कार यहां बोनेट बदलवाने के लिए आई थी।

जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने संबंधित शोरूम मालिक से तीनों कार के नंबर लेने के बाद इनके मालिकों से पूछताछ शुरू की। पूछताछ के दौरान पुलिस को साकेत निवासी कार मालिक सुरेश कुमार पर शक हुआ। इसके बाद पुलिस ने शक के घेरे में आए सुरेश कुमार पर नजर रखना शुरू किया। कार मालिक के कॉल डिटेल्स की भी जांच की गई। जिसके बाद यह तय हो गया कि उस दिन घटना को अंजाम देने वाली कार यही है। केमिकल एनालाइसिस के जरिये कार की पुष्टि की घटनास्थल से मिले बोनेट के टुकड़े पर हुए पेंट का केमिकल एनालाइसिस करने के बाद सीबीआई की विशेष टीम ने वारदात वाली कार का पता लगाया।

सर्विस सेंटर से बोनेट बदलवाने वाले कार की सूचना मिलने के बाद विशेषज्ञों की टीम ने संबंधित सभी कार के अन्य हिस्से के पेंट की जांच की जिसके बाद साकेत स्थित कार की पहचान की गई। विशेष टीम चार महीने से मामले पर कर रही थी काम मार्च 2014 में हुई इस घटना के बाद से ही साकेत थाना पुलिस द्वारा गठित की गई एक विशेष टीम इस मामले पर अपनी नजर बनाई हुई थी। इस मामले में सीबीआई द्वारा बोनेट का सीरियल नंबर जारी करने व केमिकल जांच के बाद गाड़ी की पहचान करने से मामले में तेजी आई।

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