उद्योग के क्षेत्र में दिन प्रतिदिन अग्रसर है नोएडा
नोएडा। शैशव अवस्था में 200 उद्योगों से शुरू हुआ नोएडा अपने युवा अवस्था में14 हजार उद्योगों पर पहुंच गया है। इन उद्योगों के लगने से कई लाख लोगों को रोजी रोटी का अवसर मिला है। यदि शासन प्रशासन...
नोएडा। शैशव अवस्था में 200 उद्योगों से शुरू हुआ नोएडा अपने युवा अवस्था में14 हजार उद्योगों पर पहुंच गया है। इन उद्योगों के लगने से कई लाख लोगों को रोजी रोटी का अवसर मिला है। यदि शासन प्रशासन प्रयास करे तो नशि्चित रूप से नोएडा का औद्योगिक क्षेत्र वशि्व का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र बन सकता है। आज जिले में 16,500 कंपनियां काम कर रही हैं, जिसमें लगभग 14,000 उद्योग केवल नोएडा में है। प्राधिकरण दावा करता है कि नोएडा में उद्योग लगाने के लिए सस्ते प्लॉट से लेकर बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर मिला है।
यहां पर औद्योगिक प्लांट पड़ोसी शहरों से सस्ते दाम पर आवंटित होते हैं। नोएडा में औद्योगिक सेक्टर में जमीन 78,00 रुपये प्रति वर्ग मीटर आवंटित होती हैं जबकि रहिायशी सेक्टर में जमीन 70,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर है। वहीं शहर में उद्योग के लिए उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों की अपेक्षा ज्यादा बिजली दी जाती है। लखनऊ व आगरा के अलावा केवल नोएडा में ही नो पावर कट जोन है।
ये बड़ी कंपनियां कर रही हैं काम
आज शहर में सैमसंग, होन्डा, मिंडा, यामाहा, न्यू हॉलैंड ट्रैक्टर, सबरोज, बार्केलेज, एचसीएल, इंफोसिस, एजिज, एडोब, सीमेंस, रिलायंस, डेल, हीरो साइकिल, इएक्सेल, एलजी, सोनी एरिक्सन, रेलीगेयर सहित तमाम बड़ी कंपनियां हैं।
लाखों लोगों को मिला है रोजगार
नोएडा में स्थापित कंपनियां एक साल में करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये का उत्पादन करती हैं। यहां पर करीब 660 निर्यातक कंपनियां काम कर रही हैं। इसके साथ ही शहर में लगभग 500 आईटी कंपनियां स्थापित हैं। ये कंपनियां देश के विभिन्न हिस्सों से आए करीब तीन लाख लोगों को रोजगार प्रदान की हुई हैं। नोएडा सेक्टर 82 में इंफोसिस जैसी बड़ी कंपनी के निर्माण का कार्य चल रहा है। इसके आने से हजारों लोगों को नए रोजगार मिलने के आसार हैं।