फोटो गैलरी

Hindi Newsराज्यपाल बोल रहे सुशील मोदी की भाषा

राज्यपाल बोल रहे सुशील मोदी की भाषा

जदयू, राजद, कांग्रेस और सीपीआई ने रविवार को राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के बयानों पर सवाल खड़े किए। चारों दलों के नेताओं ने एक सुर में कहा कि राज्यपाल लगातार सुशील कुमार मोदी की भाषा बोल रहे हैं।...

राज्यपाल बोल रहे सुशील मोदी की भाषा
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Feb 2015 08:26 PM
ऐप पर पढ़ें

जदयू, राजद, कांग्रेस और सीपीआई ने रविवार को राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के बयानों पर सवाल खड़े किए। चारों दलों के नेताओं ने एक सुर में कहा कि राज्यपाल लगातार सुशील कुमार मोदी की भाषा बोल रहे हैं। दिल्ली की हार से भाजपा हताश है और वह किसी सूरत में बिहार को हाथ से निकलने नहीं देना चाहती है। इसीलिए भाजपा व आरएसएस संसदीय लोकतंत्र को ध्वस्त करने की कोशिश कर रहा है।
 
साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश जदयू अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि राज्यपाल कभी कहते हैं कि नीतीश जी राजनीति चमकाने के लिए विधायकों की परेड करा रहे हैं तो कभी कहते हैं कि वह मुख्यमंत्री बनने के लिए छटपटाहट में हैं। यही भाषा तो सुशील मोदी बोलते हैं। बिहार में अनिश्चितता के लिए भाजपा दोषी है। नरेंद्र मोदी के इशारे पर सारी भूमिका रची जा रही है और सुशील मोदी पर्दे के पीछे से खेल रहे हैं।

उन्होंने कहा कि विधायकों की परेड का भी मजाक संवैधानिक उच्च पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा उड़ाया जा रहा है। विधायकों की परेड का मुख्य उद्देश्य था कि गवर्नर तो तत्काल निर्णय लेने में सहूलियत हो। राज्य में अनिश्चितता का दौर शीघ्र समाप्त हो। अबतक बीजेपी ने भी मांङी सरकार को समर्थन नहीं दिया है। तो एक असंबद्ध मुख्यमंत्री, जिसे पार्टी ने निकाल दिया है, उसका बजट अभिभाषण पढ़ेंगे राज्यपाल। राज्य का खजाना लुटाने के लिए नहीं होता। पर अल्पमत की उस सरकार द्वारा जिसे गवर्नर ने बहुमत साबित करने को कहा है, लगातार घोषणाएं की जा रही हैं। राज्य वित्तीय संकट की ओर जा रहा है। बाद में कर्मचारियों को वेतन देने का भी संकट हो जाएगा। ऐसी घोषणाओं के लिए तो 50 हजार करोड़ भी कम पड़ेंगे। राज्यपाल तत्काल मांङी को घोषणा करने से रोकें। मौके पर पूर्व मंत्री जयकुमार सिंह, कांग्रेस विधान पार्षद डॉ. मदन मोहन झा, जदयू नेता नीरज कुमार, रवीन्द्र सिंह, प्रो. नवीन आर्य भी मौजूद रहे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें