असमोली में सिथेंटिक दूध बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़
जनपद संभल के थाना असमोली अंतर्गत गांव हाजीपुर गांव में सिथेंटिक दूध बनाने के बड़े कारोबार का भंडाफोड़ हुआ है। छापामार कार्रवाई के दौरान कारोबारी दीवार कूदकर फरार हो गए। मौके से चार हजार लीटर नकली दूध...
जनपद संभल के थाना असमोली अंतर्गत गांव हाजीपुर गांव में सिथेंटिक दूध बनाने के बड़े कारोबार का भंडाफोड़ हुआ है। छापामार कार्रवाई के दौरान कारोबारी दीवार कूदकर फरार हो गए। मौके से चार हजार लीटर नकली दूध के साथ ही 11 सौ लीटर रिफाइंड, दस कुंतल क्रीम के साथ ही ग्लूकोज पाउडर, डिटरडेंट पाउडर, गैस सिलेंडर और मशीन जब्त की गई हैं। बरामद सामग्री से पचास हजार लीटर नकली दूध बनाया जाना था। संचालक भाई व पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
बुधवार सुबह असमोली पुलिस को हाजीपुर गांव में नकली दूध के धंधे के बारे में खबर मिली तो अफसरों को सूचना दी गई। सुबह नौ बजे उपजिलाधिकारी संभल सीपी तिवारी सीओ जगवीर सिंह अत्री, खाद्य निरीक्षक संजय भारती, असमोली एसओ केके तिवारी पुलिस बल के साथ हाजीपुर गांव पहुंचे और गौहर खान के मकान पर छापा मारा। टीम को देखकर फैक्ट्री संचालक सुहेल, ताहिर और इनका पिता गौहर खान पिछली दीवार कूदकर फरार हो गए। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। अधिकारियों ने कार्रवाई शुरु की तो दूध फैक्ट्री का नजारा देखकर अफसर दंग रह गए। सबसे पहले टीम ने नकली दूध, क्रीम, रिफाइंड, ग्लकोज पाउडर, डिटरजेंट पाउडर के नमूने लिए। इसके बाद अधिकारियों ने केनों में भरा लगभग चार हजार लीटर दूध, केनों में भरी दस कुंतल क्रीम, पीपों में भरा नौ सौ लीटर रिफाइंड, ग्लूकोज पाउडर के सात कट्टे, डिटरजेंट पाउडर के कई पाउच, दो सौ खाली पीपे, चार गैस सिलेंडर, दो चूल्हे, मशीनें, चार बाइक, जेनरेटर और फैक्ट्री संचालित करने के अन्य उपकरण जब्त कर लिए। अधिकारियों ने बरामद नकली दूध को नालियों में फिंकवा दिया। जबकि अन्य सामान पुलिस ने कब्जे में ले लिया। एसडीएम का कहना है कि जब्त की गई सामग्री से लगभग 50 हजार लीटर नकली दूध बनाया जा सकता था। छापामार कार्रवाई के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद संचालक भाई व पिता की तलाश शुरु कर दी है। वहीं ग्रामीणों के अनुसार नकली दूध बनाने की फैक्ट्री लगभग एक साल से संचालित की जा रही थी। अब तक सैकड़ों हजार लीटर नकली दूध बनाकर सप्लाई किया जा चुका है। इस फैक्ट्री से दूध अमरोहा जनपद के प्लांट के जरिये दिल्ली को भेजा जाता था।