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उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के महाप्रबंधक नहीं रहे

उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) के महाप्रबंधक और मध्य प्रदेश के पूर्व रणजी खिलाड़ी रोहित तलवार का रविवार अल सुबह यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 49 वर्ष के थे। रोहित अपने पीछे पत्नी,...

उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के महाप्रबंधक नहीं रहे
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 14 Dec 2014 10:22 PM
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उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) के महाप्रबंधक और मध्य प्रदेश के पूर्व रणजी खिलाड़ी रोहित तलवार का रविवार अल सुबह यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 49 वर्ष के थे। रोहित अपने पीछे पत्नी, पुत्र और वृद्ध मां को छोड़ गए हैं। पार्वती बांग्ला रोड स्थित रानीघाट के उनके निवास से भैरोघाट तक की उनकी अंतिम यात्रा में सैकड़ों पूर्व व वर्तमान खिलाड़ियों के अलावा यूपीसीए के वरिष्ठ पदाधिकारी ने शामिल हो प्रिय साथी को भीगी आंखों के साथ विदाई दी। पुत्र रनंजय ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस मौके पर उनकी पत्नी डॉ. रिति तलवार भी वहां थीं।

अंत तक काम किया
रोहित ने शुक्रवार को कोमा में जाने से थोड़ा पहले तक अस्पताल में यूपीसीए के जरूरी कागजों पर हस्ताक्षर किए। वे अंत तक काम करते रहे। कमला क्लब अकादमी को जल्दी से जल्दी तैयार होते देखना चाहते थे।  

खब्बू बल्लेबाज थे रोहित
16 सितम्बर 1965 में कानपुर में जन्में रोहित तलवार बाएं हाथ के बल्लेबाज और स्लो लेफ्ट आर्म स्पिनर थे। उन्होंने मध्य प्रदेश के लिए 26 रणजी मैच खेले, जिनकी 24 पारियों में तीन बार नाबाद रहते हुए 32.09 के औसत से 1316 रन बनाए। इस स्कोर में उनका एक शतक और सात अर्धशतक भी शामिल हैं। रोहित का सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर 199 रन रहा है। उन्होंने सात विकेट भी लिए।

सुबह 3:25 बजे अंतिम सांस ली
सुबह 3:25 बजे उन्होंने शहर के गैस्ट्रोलीवर अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनकी लोकप्रियता का आलम यह था कि उनके निधन की खबर सुबह चार बजे ही न सिर्फ शहर बल्कि मध्य प्रदेश में रहने वाले वाले उनके साथी खिलाड़ियों तक भी पहुंच चुकी थी। सुबह छह बजे से ही खिलाड़ियों का उनके घर पहुंचने का तांता सा लग गया। जिसने उनकी मौत की खबर सुनी, घर की तरफ दौड़ पड़ा।

पूछंगा, बुलाने की इतनी जल्दी क्या थी
रोहित ने 10 नवम्बर को इस संवाददाता से कहा, ऊपर जाकर भगवान से पूछूंगा कि 15 साल पहले ही ही मुङो क्यो बुला लिया। आखिर मेरी गलती क्या थी। अभी तो मेरी मां, बेटे और पत्नी को मेरी सख्त जरूरत थी।


देश भर से शोक संदेश

रोहित तलवार की लोकप्रियता का कितनी थी, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय जगदाले, बीसीसीआई की नेशनल सलेक्शन कमेटी के सदस्य राजिन्दर सिंह हंस, बीसीसीआई की पिच एवं ग्राउंड कमेटी के चेयरमैन दलजीत सिंह, टीम इंडिया के पूर्व ऑफ स्पिनर राजेश चौहान, पूर्व लेग स्पिनर मनिन्दर सिंह ने भी इस पूर्व क्रिकेट की मौत पर गहरी शोक संवेदना प्रकट की।

मेरे दिल के तो काफी करीब था
रोहित को मैंने बचपन से बड़े होने तक देखा है। वह निहायत शरीफ इंसान था। मेरे दिल के तो वह काफी करीब था। रोहित बतौर गेंदबाज टीम में शामिल हुआ था, लेकिन जब मैं खेल से रिटायर हुआ तब उसे फोर डाउन पर बल्लेबाजी कराने का सुझाव दिया। जल्दी ही वह इस क्रम पर अच्छी तरह सेट हो गया। रोहित के जाने से यूपीसीए को भारी नुक्सान हुआ है।- संजय जगदाले, अध्यक्ष एमपीसीए

अच्छा क्यूरेटर, समझदार प्रशासक
रोहित एक अच्छा क्यूरेटर भी था। उसने नए काम को खूब अच्छी तरह समझ लिया था। खास बात यह थी कि उसने कभी अपनी बीमारी को जाहिर नहीं होने दिया। जब भी बात होती थी तो कहता था कि ठीक हूं। सब ठीक हो जाएगा। जान बचने का अब भी एक चांस है अभी। वह अच्छा प्रशासन भी था। उसका जाना क्रिकेट के लिए बहुत बड़ा झटका है।- दलजीत सिंह, चेयरमैन बीसीसीआई पिच एवं ग्राउंड कमेटी

रोहित यह तूने ठीक नहीं किया यार
मुङो तो अब भी यकीन नहीं हो पा रहा है कि रोहित अब हमारे बीच नहीं है। क्रिकेट को अच्छी तरह समझने वाला और शानदार नेचर का ऐसा दोस्त अब कभी नहीं मिलेगा। मुङो उसका यूं अचानक चला जाना अच्छा नहीं लगा। रोहित यह तूने ठीक नहीं किया यार। -राजिन्दर सिंह हंस, नेशनल सलेक्टर, बीसीसीआई

रोहित का मेरे कॅरिअर में बड़ा योगदान
रोहित ने यदि 1989 में मेरे पिता की मौत के समय मुङो खेलना जारी रखने के लिए प्रेरित न किया होता तो मेरा कॅरिअर तभी खत्म हो गया होता। वह मेरा पहला रणजी सत्र था। पिता की मौत ने मुङो बुरी तरह तोड़ दिया था और मैंने क्रिकेट छोड़ने का फैसला कर लिया था। लेकिन रोहित ने मुझसे कहा कि हालात से फाइट करो। एक मैच खेलने आ जाओ। अच्छा न लगे तो जो फैसला लेना चाहो लेना। मैं मैच खेलने आ गया और उसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। यह मेरे लिए बड़ा नुकसान है। वह मेरा भाई, दोस्त और शुभचिंतक था। बीमार होने की वजह से मैं उससे नहीं मिल सका इसका जिंदगी भर अफसोस रहेगा। -राजेश चौहान, पूर्व ऑफ स्पिनर, टीम इंडिया

मेरा दिल रो रहा है
यह क्या हो गया यार! मैं उसके लिए रोज अरदास करता था। उसके जाने की खबर सुनकर मेरा दिल रो रहा है। कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि उसके परिवार को किन शब्दों से सांत्वना दूं। मैं अपना दर्द शब्दों में बयां नहीं कर सकता। हम और रोहित दस साल स्टील अथार्टी ऑफ इंडिया लि.(सेल) के लिए साथ-साथ खेले। वह मेरे दिल के बेहद करीब था। रोहित तुम्हें हम कभी नहीं भूलेंगे।- मनिन्दर सिंह, पूर्व लेग स्पिनर, टीम इंडिया

वह अंत तक काम करता रहा
वह जब अस्पताल में भर्ती था, तब भी फोन से सम्पर्क कर अपने काम करता रहा। मुङो भी फोन करता था। वह फाइटर था, अंत तक उसने अपनी जिंदगी के लिए लड़ाई लड़ी। हमने यूपी-एमपी मैच में खिलाड़ियों से काली पट्टी बांधकर खेलने को कहा है। रोहित के रूप में हमने एक बेहद प्रतिभाशाली इंसान खो दिया है। हमें उसकी कमी हमेशा खलेगी। राजीव शुक्ला, सचिव यूपीसीए

इन्होंने भी दी श्रद्धांजलि
रोहित तलवार के निधन पर पूर्व टेस्ट खिलाड़ी, गोपाल शर्मा, शशिकान्त खंडकर, ज्ञानेन्द्र पांडे, मोहम्मद कैफ, सुरेश शर्मा, राहुल सप्रू, अमरीश गौतम, मुकेश पांडे, क्यूरेटर शिवकुमार, मोहसिन रजा के अलावा यूपीसीए के सीईओ ललित खन्ना, निदेशक एसके अग्रवाल, केसीए चेयरमैन संजय कपूर, प्रदीप ओझा, सलमान, बिन्दा जयसवाल, रवि शुक्ला आदि ने भी गहरा शोक प्रकट किया।

काली पट्टी बांधकर उतरे खिलाड़ी
 यूपी और एमपी के बीच इन्दौर में रविवार से शुरू हुए रणजी मुकाबले में दोनों टीमों के खिलाड़ी रोहित तलवार की निधन बांह में काली पट्टी बांधकर उतरे। मैच शुरू होने से पहले दोनों टीमों ने पूर्व यूपी कप्तान मोहम्मद शाहिद और रोहित तलवार को श्रद्धांजलि भी दी। यूपीसीए सचिव राजीव शुक्ला ने कहा कि अंडर-23 व अन्य एज ग्रुप मुकाबलों में भी टीमें काली पट्टी बांधकर खेलेंगी। अंडर-14 के 16 दिसम्बर से होने वाले ट्रायल भी टाले जा सकते हैं।

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