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सूबे के 42 बाल वैज्ञानिक जायेंगे बंगलुरू

नेहरू बालोद्यान इंटर कॉलेज में तीन दिवसीय राज्यस्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का सोमवार को समापन हुआ। इसमें आये लगभग ढाई सौ बाल विज्ञानियों ने अपनी क्षमता और अपने मॉडलों का प्रदर्शन किया।...

सूबे के 42 बाल वैज्ञानिक जायेंगे बंगलुरू
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 24 Nov 2014 08:34 PM
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नेहरू बालोद्यान इंटर कॉलेज में तीन दिवसीय राज्यस्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का सोमवार को समापन हुआ। इसमें आये लगभग ढाई सौ बाल विज्ञानियों ने अपनी क्षमता और अपने मॉडलों का प्रदर्शन किया। कांग्रेस में 42 प्रतिभागियों को मेडल व सर्टिफिकेट दिया गया। सर्टिफिकेट पाने वाले बाल वैज्ञानिक 27 से 31 दिसम्बर तक बंगलुरू में होने वाले राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में हिस्सा लेंगे।

उनमें मिर्जापुर की बाल विज्ञानी दीपाली सोलंकी और बरेली की अंशिका चावला अगले साल तीन से सात जनवरी तक होने वाली भारतीय विज्ञान कांग्रेस में भाग लेंगी। राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिकों के लिए कई शिक्षकों के निर्णायक मंडल ने आठ चरणों में चयन प्रक्रिया पूरी की। राज्य बाल विज्ञान कांग्रेस के समापन समारोह में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सलाहकार व वैज्ञानिक डॉ. बीपी सिंह ने कहा कि व देश में प्रदूषण, गंदगी समेत तमाम समस्यायें हैं जिनसे स्थिति गंभीर है।

उन्होंने बाल विज्ञान कांग्रेस के प्रतिभागियों का आह्वान किया कि वे छोटी-छोटी बातों में न उलझें। उन्हें सारी बाधाएं पार कर मिशन की ओर बढ़ना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उत्तर प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के निदेशक डॉ. एमजेके सिद्दीकी ने कहा कि बाल कांग्रेस में जो बच्चे चयनित नहीं हो पाते वे अपने साथ चुनौती और उत्सुकता लेकर जाते हैं। उनके आगे बढ़ने का हौसला चयनित बच्चों से ज्यादा होता है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रो. केके भूटानी ने कहा कि आज कम्प्यूटर के ज्ञान बिना आगे बढ़ना संभव नहीं है।

उन्होंने दूरदराज से आये बाल विज्ञानियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे आगे बढ़े,  रास्ता स्वयं बनता जायेगा। इलाहाबाद नक्षत्रशाला के निदेशक डॉ. प्रमोद कुमार पांडेय ने बाल विज्ञानियों को परीक्षणों में सच्चाई बरतनी चाहिए। कई बार कम सफलता या असफलता में सफलता छिपी होती है। विज्ञान प्रसार के वैज्ञानिक डॉ. अरविंद रानाडे ने आग्रह किया कि बाल विज्ञानी उत्साह न त्यागें। उत्तर प्रदेश विज्ञान व प्रौद्योगिकी परिषद के एसएम प्रसाद ने कहा कि सभी बाल विज्ञानियों के लिए परिषद के दरवाजे खुले हैं।

राज्य समन्वयक डॉ. एसके सिंह ने आंगतुकों का स्वागत किया। आयोजन सचिव डॉ. सीडी सिंह तथा अतिथियों ने बाल विज्ञानियों,  निर्णायक मंडल दल के सदस्यों को स्मृति चिह्न व मेडल देकर सम्मानित किया। राष्ट्रीय बाल कांग्रेस में चयनित बच्चे सीनियर वर्ग में अंशिका चावला (बरेली),  नामिरा (बिजनौर),  ईशान गर्ग (गौतम बुद्ध नगर),  अखिलेश द्विवेदी (गोंडा),  अभिषेक मिश्र (लखनऊ),  भव्यजीत सिंह (मेरठ),  आरूषि शुक्ल (मिर्जापुर), दीक्षा दुबे (औरिया), हिमांशु गुप्त (बांदा), निरूपम सोलंकी (झांसी), वैशाली (हाथरस), सृष्टि सिंह (बिजनौर), शिवम गोस्वामी (अलीगढ़), दिव्यांशु गुप्त (उन्नाव), राजपाल सिंह (आगरा), प्रशांत शाक्य (सीतापुर), नेहा कुशवाहा (औरेया), कुशाग्र आनंद (इलाहाबाद), साक्षी सिंह (गोंडा), मानवी जैन (फिरोजाबाद), समरजीत सिंह (प्रतापगढ़), सत्यम पाठक (मिर्जापुर), नीलू कुशवाहा (मैनपुरी), संस्कार अग्रवाल (बुलंदशहर), मानसी शुक्ला (प्रतापगढ़), अनिमेष रस्तोगी (फतेहपुर), अभिषेक श्रीवास्तव (गोण्डा), सौम्या श्रीवास्तव (बांदा)।

जूनियर वर्ग में फिजा रियाज (शाहजहांपुर), इराम फात्म (कौशाम्बी), अलिफ बानो (कौशाम्बी), शैल चंदेल (झांसी), सुचिता पांडेय (कौशाम्बी), मिनरल अग्रवाल (अलीगढ), सात्विक सिंह (बांदा), हार्दिक (बिजनोर), अमूल्य रतन तिवारी (देवरिया), उत्कर्ष उपाध्याय (देवरिया), पारूल सिंह (जौनपुर), हेमांग मेहता (फैजाबाद)।

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