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देवघर जमीन घोटाले में 71 लोगों पर चार्जशीट

धनबाद, रविकांत झा। देवघर जमीन घोटाले में सीबीआइ ने करीब दो साल के बाद चार्जशीट सौंप दी है। सीबीआइ ने धनबाद नगर निगम के डिप्टी सीइओ सिद्धार्थ शंकर चौधरी सहित कुल 71 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया...

देवघर जमीन घोटाले में 71 लोगों पर चार्जशीट
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 16 Oct 2014 12:55 AM
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धनबाद, रविकांत झा। देवघर जमीन घोटाले में सीबीआइ ने करीब दो साल के बाद चार्जशीट सौंप दी है। सीबीआइ ने धनबाद नगर निगम के डिप्टी सीइओ सिद्धार्थ शंकर चौधरी सहित कुल 71 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। 2010-2011 में झारखंड के सबसे बड़े जमीन घोटाले का पर्दाफाश हुआ था। सरकारी कर्मियों की मिलीभगत से भू-माफियाओं ने 2000 से 2011 के बीच 826 एकड़ सरकारी और निजी भूखंड बेच दिए थे। इस जमीन की कीमत करीब एक हजार करोड़ रुपए बताई जाती है।

सीबीआइ ने 19 जून 2012 को दो प्राथमिकी दर्ज की थी। अभिलेखागार में छेड़छाड़ कर फर्जी तरीके से जमीन बेचने और कागजात चुराकर जलाने के मामले में सीबीआइ ने दो अलग-अलग एफआइआर दर्ज की थी। केस नंबर आरसी 15/12 (डी) में 26 तथा केस नंबर 16ए/12 (डी) में 38 लोगों को आरोपी बनाया गया था। चार्जशीट में नौ नए लोगों का नाम जोड़ा गया है। 16 आरोपी ऐसे हैं, जिनके खिलाफ दोनों मामलों में चार्जशीट दी गई है। भू-माफिया ध्रुव नारायण परिहस्त और उसके पिता देव नारायण परिहस्त को चार्जशीट में किंगपिन बताया गया है। साथ ही देवघर के मेयर बबलू खवाड़े के साले सुनील खवाड़े को भी मुख्य आरोपी बनाया गया है।

ऐसे हुआ था खुलासा
देवघर में अगस्त 2010 में तत्कालीन डीसी मस्त राम मीणा ने फर्जी कागजात के आधार पर देवघर, मधुपुर और मोहनपुर में बड़े पैमाने पर सरकारी जमीन की खरीद बिक्री का अंदेशा जताते हुए निगरानी जांच की मांग की थी। छह दिसंबर 2011 को अर्जुन मुंडा की सरकार ने इस मामले में सीबीआइ जांच की सिफारिश की थी।

इनके खिलाफ सौंपी गई चार्जशीट
सीबीआइ ने आरसी 15/12 (डी) और आरसी 16ए/12 (डी) दर्ज किया था। जांच के बाद सीबीआइ ने पंचकौड़ी सिंह, शिवजी पासवान, राम पुकार राय, तत्कालीन अभिलेखागार पदाधिकारी मिथिलेश कुमार झा, कमलेश्वरी प्रसाद सिंह, ज्योतिंद्र पोद्दार, अमल कुमार बराई, तत्कालीन सीओ सिद्धार्थ शंकर चौधरी, रूपलाल मांझी, तत्कालीन भू-अर्जन पदाधिकारी भोगेंद्र ठाकुर, राम कुमार मधेशिया, ध्रुव नारायण परिहस्त, महेश्वरी देवी, देव नारायण परिहस्त, सुनील खवाड़े और नरेश मांझी के खिलाफ दोनों केस में चार्जशीट सौंपा है। जबकि सिर्फ आरसी 15/12 (डी) में सुनील पोद्दार, ब्रह्मदेव केशरी, माणिक सिंह, देवेंद्र सिंह, सुखदेव नारायण कुंजीलवर, कपिल देव प्रसाद वर्णवाल, राजेंद्र कामत, देवकी देवी, जय प्रकाश लाल, धीरेंद्र कुमार, अमर कांत झा, दिलीप कुमार गुप्ता, मणिभूषण प्रसाद (अभी मृत) को आरोपी बनाया गया है।

इसके अलावा सिर्फ आरसी 16ए/12 (डी) में नवीन किशोर सुवर्णा, तत्कालीन एसडीओ राम नारायण राम, बीडीओ ऑफिस के कर्मी वीरेंद्र कुमार राय, ललन मेहरा, विष्णु प्रसाद राय, दिनेश कुमार मिश्रा, मधुसूदन झा, सुनील कुमार झा, कमल कुमार गुप्ता, कुलदीप दतवारी (अभी मृत), राजेश रंजन, कन्हैया झा, राजेश कुमार श्रृंगारी, शशि शेखर सुप्रीरयान, अमीन रजक (अभी मृत), तरण राय, सुखदेव नारायण कुंजीवाल, जमुना मिर्धा, लालू मिर्धा, जय प्रकाश लाल, श्याम किशोर चौधरी, किशन देव दास, जीतेंद्र कुमार सिंह, संजय कुमार लाल, उमाकांत झा और वीरेंद्र भारद्वाज के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है।

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