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कैसे मनेगी दीवाली, शिक्षामित्रों की झोली खाली

उघैती। अमित जौहरी। प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षामित्र मुश्किलों में हैं। तीन महीने से मानदेय न मिलने से दीपावली का भी त्यौहार शिक्षामित्रों को फीका नजर आ रहा है। लेकिन शिक्षा...

कैसे मनेगी दीवाली, शिक्षामित्रों की झोली खाली
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 16 Oct 2014 12:30 AM
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उघैती। अमित जौहरी। प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षामित्र मुश्किलों में हैं। तीन महीने से मानदेय न मिलने से दीपावली का भी त्यौहार शिक्षामित्रों को फीका नजर आ रहा है। लेकिन शिक्षा विभाग ने तीन महीने से मानदेय का इंतजार कर रहे शिक्षामित्रों को मानदेय देने का कोई प्रयास नहीं किया है। विभागीय अफसरों की इस अनदेखी से शिक्षामित्रों में निराशा का माहौल है। प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षामित्रों को सरकार द्वारा साढ़े तीन हजार रूपया प्रतिमाह मानदेय मिलता है।

स्कूलों में शिक्षण कार्य करने के लिए विभाग ने करीब दो महीने पहले उनको मई महीने का मानदेय दिया था। इसके बाद जुलाई, अगस्त एवं सितंबर यानि कुल तीन महीनों में शिक्षामित्रों को विभाग मानदेय नहीं दे सका है। अब तक शिक्षामित्र किसी तरह सूदखोरों से कर्ज लेकर घरेलू खर्च को चला रहे थे। लेकिन अब त्यौहारी सीजन में दीपावली, भैया दूज जैसे त्यौहार शिक्षामित्रों को पहाड़ दिखाई दे रहे हैं। एक तरफ शिक्षामित्रों को विभाग मानदेय नहीं दे पा रहा है, तो दूसरी तरफ सूदखारों ने भी शिक्षामित्रों को उधारी देना बंद कर दिया है।

ऐसे हालातों में शिक्षामित्रों में विभागीय अफसरों के खिलाफ नाराजगी के साथ निराशा का माहौल बना हुआ है। विभागीय लापरवाही है : गिरीश उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी गिरीश यादव ने बताया, कि जिले भर के शिक्षामित्रों के साथ विभागीय अधिकारी सौतेला व्यवहार कर रहे हैं। प्रदेश भर में शिक्षामित्रों को जुलाई तक का मानदेय दिया जा चुका है। जबकि बदायूं में सिर्फ मई तक का मानदेय शिक्षामित्रों के खातों में भेजा गया है। उन्होनें कहा, कि शिक्षामित्र सहायक अध्यापक पद पर समायोजित हो चुके हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी उनको चार्ज देने में भी कतरा रहे हैं।

उन्होनें बताया, कि संगठन शिक्षामित्रों को दीपावली के मौके पर भी मानदेय ने मिलने से चिंतित है। अगर दीपावली से पांच दिन पहले तक शिक्षामित्रों के खाते में मानदेय नहीं भेजा गया, तो शिक्षामित्र जिला मुख्यालय पर आंदोलन करेंगे। संघ के जिलाध्यक्ष मनोज यादव ने भी चेतावनी देते हुए कहा, कि अगर शीघ्र शिक्षामित्रों को मानदेय नहीं दिया गया, तो जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। शिक्षामित्रों ने की मीटिंग उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक-शिक्षामित्र कल्याण समिति की बैठक ब्लाक अध्यक्ष सतेंद्र उपाध्याय के आवास पर आयोजित की गई।

मीटिंग में ब्लाक अध्यक्ष सतेंद्र उपाध्याय ने कहा, कि समायोजित शिक्षामित्रों के कागजातों का सत्यापन अभी तक विभागीय अधिकारी नहीं कर सके हैं। इसके साथ ही चतुर्थ सेमेसटर के परीक्षा कार्यक्रम को भी परीक्षा नियामक विभाग द्वारा जारी नहीं किया जा सका है। जबकि चतुर्थ सेमेसटर के शिक्षामित्रों का जनवरी में समायोजन सरकार के निर्देशों के आधार पर होना चाहिए था। लेकिन सरकार के साथ प्रशासन शिक्षामित्रों के हित में काम करने से कतरा रहा है। उन्होनें मानदेय ने मिलने पर भी नाराजगी जताते हुए आंदोलन की चेतावनी दी।

इस दौरान लालाराम, अखिलेश लता, जर्नादन तिवारी, यादराम सहित कई शिक्षामित्र मौजूद थे।

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