भाकियू व रालोद कार्यकर्ता पानी रोकने मुरादनगर पहुंचे
बड़ौत। दिल्ली का पानी रोकने के लिए भारतीय किसान यूनियन व रालोद कार्यकर्ता गुरुवार को अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार बसों मे भरकर मुरादनगर के लिए रवाना हुए। मुरादनगर जाने से रोकने पर...
बड़ौत। दिल्ली का पानी रोकने के लिए भारतीय किसान यूनियन व रालोद कार्यकर्ता गुरुवार को अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार बसों मे भरकर मुरादनगर के लिए रवाना हुए। मुरादनगर जाने से रोकने पर कार्यकर्ताओं को पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ नोंकझोंक भी हुई।
मुरादनगर जाने के लिए कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखने को मिला। सुबह से ही बसों में भरकर कार्यकर्ता मुरादनगर जाने शुरू हो गए थे। मुरादनगर जाने के लिए भाकियू व रालोद ने प्रत्येक गांव में बसों की व्यवस्था की और माइक से मुरादनगर चलने के लिए ऐलान कराया गया था।
जब बसों का काफिला मुरादनगर की ओर रवाना हुआ तो प्रशासन में हड़कम्प मच गया और उच्च स्तर से लोंगों को मुरादनगर जाने से रोकने के निर्देश दिए गए। इसके बाद पुलिस व प्रशासन ने नगर की औद्योगिक पुलिस चौकी के निकट अमीनगर सराय रोड पर बसों को रोकने की व्यवस्था की गई और वहां पर अधिकारियों को तैनात किया गया। बसों को रोकने पर कार्यकर्ताओं व पुलिस प्रशासन के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई। कालेज को बनाया अस्थायी जेल बड़ौत।
मुरादनगर जाने से रोकने के लिए उच्चाधिकारियों ने पुलिस प्रशासन को कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। कार्यकर्ताओ को गिरफ्तारी के बाद रखने के लिए दिगम्बर जैन पॉलीटेक्निक कालेज को अस्थायी रूप से जेल बनाया गया था। लेकिन इस अस्थायी जेल में कार्यकर्ताओ को रखने की नौबत नही आयी और जब तक पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी बसों को रोकने के लिए अमीनगर सराय रोड पर पहुंचे तो अधिकांश बसें बड़ौत से निकल चुकी थी। नोटिस थमाकर जाने दिया बसों को बड़ौत।
मुरादनगर जाने वाली बसों को रोकने के लिए पुलिस व कार्यकर्ताओं के बीच होने वाली नोंकझोंक से बचने के लिए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने बीच का रास्ता अपनाया। टीम नेता को एक नोटिस थमा कर पुलिस ने बसों को जाने दिया। नोटिस में चेतावनी दी गई थी कि यदि धरना स्थल पर कोई हंगामा होता तो उसके लिए वह जिम्मेदार होंगे और उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगा। दोपहर 12 बजे के बाद की गई सख्ती बड़ौत। मुरादनगर में भीड़ बढ़ती देख अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए।
उन्होंने भीड़ को मुरादनगर जाने से सख्ती के साथ रोकने के निर्देश दिए। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने बसों को मुरादगर जाने से रोकने के लिए सख्ती बरतनी शुरू कर दी और औद्योगिक पुलिस चौकी के निकट अमीनगर सराय रोड पर स्वयं मोर्चा संभाल लिया। इस बीच सीओ बड़ौत ने बड़ौली व बदरखा के लोगों की बसें रोक ली। इस दौरान लोगों की अधिकारियों के साथ झड़प भी हुई। बड़ौली के लोग तो गिरफ्तारी देने को तैयार हो गए लेकिन बदरखा के लोग बस वापस ले जाने के बहाने बागपत की तरफ से बस ले भागे और पुलिस देखती रह गई।
अभा जाट मंच के कार्यकर्ता भी मुरादनगर गए बड़ौत। पूर्व प्रधान मंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह के आवास 12 तुगलक रोड को बचाने के लिए अखिल भारतीय जाट मंच के अध्यक्ष रणवीर सिंह सूप के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने मुरादनगर के लिए कूच किया। मुरादगर जाने वालों में सतवीर प्रधान , महक सिंह , सतेंद्र, डा. हरपाल, हरेंद्र , विधायक वीरपाल राठी, अश्वनी तोमर, कर्नल ब्रह्मपाल सिंह, राजू तोमर सिरसली, सुरेश मलिक, धीरज उज्ज्वल, प्रवीण तोमर, सचिन, रोहित, उपेंद्र हेवा व अनिल जैन आदि संकड़ों लोग शामिल रहे।