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Hindi Newsसर मेरी पत्नी साथ रहने को राजी नहीं...

सर मेरी पत्नी साथ रहने को राजी नहीं...

 उरई। हिन्दुस्तान संवाद। सर, मैं तो पत्नी को साथ रखना चाहता हूं पर वह खुद रहने को राजी नहीं। यहां पर हम लोगों का समझौता हुआ पर फिर भी वह साथ रहने को राजी नहीं हुई थी। यह दुखड़ा पत्नी के साथ न...

सर मेरी पत्नी साथ रहने को राजी नहीं...
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 14 Sep 2014 08:02 PM
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 उरई। हिन्दुस्तान संवाद। सर, मैं तो पत्नी को साथ रखना चाहता हूं पर वह खुद रहने को राजी नहीं। यहां पर हम लोगों का समझौता हुआ पर फिर भी वह साथ रहने को राजी नहीं हुई थी। यह दुखड़ा पत्नी के साथ न रहने से परेशान पति ने रविवार को पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में मौजूद सदस्यों से रोया।

काफी प्रयास के बाद भी पत्नी फिर भी उसके साथ जाने को तैयार नहीं हुई। इस दफा यहां पर एक दर्जन मामलों की सुनवाई हुई, इसमें चार मामले निपटे और गिले शिकवे भुलकर दंपति साथ रहने को राजी हुए। जिला कानपुर देहात कके अकबरपुर निवासी रहीस ने रविवार को पुलिस लाइन में चल रहे परिवार परामर्श केंद्र में मौजूद सदस्यों को बताया कि एक साल पहले उसका निकाह उरई की रिजवाना से हुआ था शादी के बाद ही रिजवाना अपेन मायके गई तो वापस नहीं आई।

पत्नी के वापसी के लिए उसने छह माह पहले भी परिवार परार्मश केंद्र में प्रार्थना पत्र दिया था। यहां समझौता होने के बाद भी रिजवाना साथ नहीं गई। इस दफा फिर रिजवाना को सदस्यों ने काफी समझाया बुझाया पर वह फिर भी पति रहीस के साथ रहने को राजी नहीं हुई। उसने आरोप लगाया कि रहीस शराब पीता है ओर नशे में मारपीट करता है। उधर मध्यप्रदेश के भिंड जिले के अंबेडकरनगर निवासी रवि गौतम पुत्र शिवनाथ ने यहां पर प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसका विवाह वर्ष 2010 में शहर के मोहल्ला पाठक का बगीचा निवासी जितेंद्र प्रताप से हुआ था।

पिता ने पति व ससुरालवालों की सारी मांगे पूरी की थी पर इसके बाद भी उन लोगों ने अतिरिक्त दहेज की मांग करते हुए उसे घर से निकाल दिया तब से उसका मामला कोर्ट में चल रहा है पर पति व ससुरालवाले कोर्ट नहीं जाते और वह दर दर भटकने को मजबूर है। केंद्र के सदस्यों ने उसे न्याय दिलवाने का आश्वासन दिया है। इस दफा यहां पर दर्जन भर मामलों की सुनवाई हुई जिसमें चार का निपटारा हुआ।

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