राह रोककर गंगा की सफाई की बात बेमानी: रमाशंकर
बलिया निज संवाददाता। गंगा मुक्ति एवं प्रदूषण विरोधी अभियान के राष्ट्रीय प्रभारी रमाशंकर तिवारी ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजारीकरण की चपेट से गंगा मुक्ति आंदोलन की दिशा न भटके, इसके लिए आवश्यक है कि...
बलिया निज संवाददाता। गंगा मुक्ति एवं प्रदूषण विरोधी अभियान के राष्ट्रीय प्रभारी रमाशंकर तिवारी ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजारीकरण की चपेट से गंगा मुक्ति आंदोलन की दिशा न भटके, इसके लिए आवश्यक है कि राष्ट्र के गंगा भक्त निर्मलीकरण के लिए की जा रही केन्द्रीय कवायद का सिर्फ मूकदर्शक गहवा न बनें।
गोमुख से गंगा सागर जा रही गंगा की राहें उत्तराखंड में रोके रखना और फिर उसकी सफाई के लिए व्यवस्था करना गंगा के साथ न्याय नहीं है। उन्होंने उक्त बातें बलिया बलिदान दिवस पर हाईकोर्ट के उस आदेश, जिसमें गंगा में मूर्ति विसर्जन पर रोक लगायी गयी है, पर मंत्रणा के क्रम में कही।
उन्होंने हाईकोर्ट के उस निर्देश का स्मरण कराया जिसमें कोर्ट ने गंगा में सालों साल उसका 50 प्रतिशत जल प्रवाहित करते रहने की बात पूर्व में कई बार कह चुकी है, लेकिन उसका अनुपालन नहीं हुआ। कहा कि यह देशवासियों के लिए विचारणीय बिन्दु है। दुर्भाग्य है कि गंगा मुक्ति के सवाल पर बागी धरती की आवाज को अनसुना किया जा रहा है।