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राज्य में अभी सुखाड़ की स्थिति नहीं

पटना। हिन्दुस्तान ब्यूरो। राज्य में अभी सुखाड़ की स्थिति नहीं है। मात्र 20 फीसदी कम बारिश हुई है। 50 फीसदी से कम वर्षा होने पर ही सूखा क्षेत्र घोषित होता है। रोपनी 41 फीसदी हुई है। इसके बावजूद सूखे...

राज्य में अभी सुखाड़ की स्थिति नहीं
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 26 Jul 2014 12:07 AM
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पटना। हिन्दुस्तान ब्यूरो। राज्य में अभी सुखाड़ की स्थिति नहीं है। मात्र 20 फीसदी कम बारिश हुई है। 50 फीसदी से कम वर्षा होने पर ही सूखा क्षेत्र घोषित होता है। रोपनी 41 फीसदी हुई है। इसके बावजूद सूखे से निपटने के लिए सरकार ने पूरी तैयारी कर रखी है। किसी भी व्यक्ति को भूख से और किसी भी पशु को चारे की कमी की वजह से मरने नहीं दिया जाएगा।

भविष्य में यदि कम बारिश होती है और जैसे-जैसे सूखे की स्थिति गंभीर होती है, सरकार उपाय करेगी। यह घोषणा शुक्रवार को विधानसभा में कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह ने की।

वह दोपहर बाद की पाली में सदन में राज्य में सूखे की स्थिति पर विशेष विमर्श के बाद सरकार का जवाब दे रहे थे। मंत्री ने कहा कि सूबे में पूर्णत: नहीं बल्कि आंशिक रूप से सूखे की स्थिति बन रही है। वैकल्पिक फसलों के बीज का इंतजाम कर लिया गया है। डीजल अनुदान में 15 दिन में 776 करोड़ बंटेंगे। इसके लिए कमेटी बनाई गई है। केन्द्र सरकार से भी सहयोग के लिए कहा गया है। पांच दिन पहले ही केन्द्रीय कृषि मंत्री से बात हुई है।

बिहार सरकार ने केन्द्र को पत्र भेजकर सूखे की वास्तविक स्थिति की जानकारी दी है। दक्षिण-पश्चिम मानसून के कमजोर पड़ने की सूचना पर मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने हालात पर निरंतर निगरानी के लिए उच्चस्तरीय कमेटी बनाई है। विमर्श में भाजपा के संजय सिंह टाइगर, उषा विद्यार्थी, जदयू के रणविजय सिंह, राजद के दिनेश कुमार सिंह और कृष्ण नंदन यादव शामिल हुए। विमर्श का प्रस्ताव भाजपा के अच्यूतानंद को पेश करना था, मगर उनके नहीं रहने पर नेता विपक्ष नंदकिशोर यादव ने इसे रखा।

हर प्रखंड में लगेंगे चार वर्षामापी यंत्री विमर्श के दौरान कुछ सदस्यों के आरोप पर श्री सिंह ने कहा कि सिर्फ अफसरों पर गलत रिपोर्ट देने का आरोप नहीं लगाया जा सकता है। यदि आपको इसमें संतुष्टि मिलती है तो ठीक है। मगर हकीकत यह नहीं है। राज्य में वर्षामापी यंत्र कम हैं। इनमें कई काम नहीं करते। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने हर प्रखंड में चार वर्षामापी यंत्र लगाने का आदेश दिया है। ये ब्लाॠक की चार दिशाओं में लगेंगे, ताकि कहीं भी बारिश हो तो वह रिकार्ड में आ जाए।

यही नहीं वर्षा के पानी को जमा करने के लिए आहर, पईन और पोखर को ठीक करने की योजना पर भी काम हो रहा है। 2740 नलकूपों का विद्युतीकरण किया जा रहा उन्होंने कहा कि डीजल अनुदान में गड़बड़ी न हो इसके लिए निगरानी में एमएलए की भी भूमिका हो सकती है। मंत्री के जवाब के दौरान ही राजद के भाई दिनेश ने डीजल के पैसे में बंदरबांट का आरोप लगाते हुए इसकी जगह नलकूपों को ठीक कराने की मांग की।

मंत्री ने कहा कि हर प्रखंड के लिए 3-4 मोटर की खरीद हो रही है ताकि जरूरत वाली जगह पर सिंचाई की जा सके। इसके साथ ही 2740 नलकूपों का विद्युतीकरण किया जा रहा है। जले ट्रांसफार्मर बदले जाएंगे ताकि 8 घंटे बिजली आपूर्ति हो सके। विपक्ष के शोरगुल पर कहा कि हल्ला करके बिहार का नाश कर देंगे।

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