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मानसून की दस्तक और तैयारी अधूरी

नोएडा। डॉ. महकार सिंह। बारिश से सेक्टरों में जलभराव न हो, इसके लिए अथॉरिटी पिछले तीन साल से ड्रेनेज के मास्टर प्लान पर काम कर रही है मगर अभी तक धरातल पर कुछ काम नहीं हुआ है। पिछले साल जब 15 जून को ही...

मानसून की दस्तक और तैयारी अधूरी
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 25 Jun 2014 11:22 PM
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नोएडा। डॉ. महकार सिंह। बारिश से सेक्टरों में जलभराव न हो, इसके लिए अथॉरिटी पिछले तीन साल से ड्रेनेज के मास्टर प्लान पर काम कर रही है मगर अभी तक धरातल पर कुछ काम नहीं हुआ है। पिछले साल जब 15 जून को ही मानसून आया था, तब मानसून की आधी-अधूरी तैयारियों की वजह से अथॉरिटी की बड़ी फजीहत हुई थी।

उस वक्त दावा किया गया था कि अगले साल मानसून की वजह से लोगों को कोई परेशानी नहीं होगी। एक साल के अंदर जलभराव के कारणों को खत्म कर लिया जाएगा। यहां तक कि सड़कों की मरम्मत व निर्माण का काम भी अगले साल को 15 जून तक पूरा कर लिया जाएगा मगर जलभराव के बड़े प्वाइंट जस के तस बने हुए हैं। सड़कों का काम पूरा होना तो दूर उन्हें खोदने का काम चल रहा है। ऐसे में हालात पिछले साल भी ज्यादा खराब हो सकते हैं।

दर्जन भर से ज्यादा सेक्टरों में सड़कें खोदने का काम जारीशहर में इन दिनों एक दर्जन से ज्यादा सेक्टरों में सड़कों की खुदाई का काम चल रहा है। कहीं बिजली की लाइनें डाली जा रही हैं तो कहीं संचार कंपनियां अपने केबल डाल रही हैं। तीन स्थानों पर तो अंडरपास का निर्माण कार्य चल रहा है। ज्यादातर काम 10-15 दिन से पहले खत्म होते नजर नहीं आ रहे हैं। सेक्टर 50 के मुख्य बाजार के पास सेक्टर-49 कोतवाली की ओर जाने वाली सड़क पर एक बड़ा गड्ढा खुदा पड़ा है।

बुधवार दोपहर को यहां केबल डालने का काम चल रहा था। वहीं डीएससी मार्ग के किनारे सेक्टर-15-16 के सामने नाले को कवर करने का काम महीनों से जारी है। इसके चलते सेक्टर-15 में मुख्य सड़क के किनारे ही एक बड़ा गड्ढा बना है। बारिश के दौरान यहां जलभराव तो होगा ही, कोई नाले के किनारे गया तो गड्ढे में गिर भी सकता है। इसी तरह लेबर चौक से सेक्टर-55-56 की ओर जाने वाली सड़क के बीचोंबीच करीब पांच फुट गहरा गड्ढा पिछले कई दिनों से खुदा पड़ा है।

यहां कोई काम भी नहीं चल रहा और गड्ढे को भरा भी नहीं गया है। वहीं संदीप पेपर मिल चौराहे सेक्टर-19 की ओर जाने वाली सड़क पर भी खुदे गड्ढे से एक लेन की सड़क ही आने-जाने लायक बची है। इसी तरह सेक्टर-12, 63, 27, 58, 59, 50, 51, 39 और 40 समेत एक दर्जन सेक्टरों में सड़कों को खोदने का काम चल रहा है। इनका काम अगले एक महीने में भी पूरा होता नहीं दिख रहा है। ऐसे में बारिश होने पर गड्ढों में पानी भरेगा, जिससे कोई भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।

हर साल की तरह इस बार भी 18 स्थानों पर भरेगा पानीपिछले कई साल से बारिश के दौरान जाम की बड़ी वजह बन रहे जलभराव के 18 प्वाइंटों पर इस बार भी परेशानी बढ़ेगी। सेक्टर-18 अंडरपास, सेक्टर 37 अंडरपास, और रजनीगंधा अंडरपास, सेक्टर-6 में अथॉरिटी के प्रशासनिक कार्यालय के पास, सेक्टर-19 में मैरी गोल्ड स्कूल के पीछे, सेक्टर-12 का एच ब्लॉक, सेक्टर-34 का उदयगिरी अपार्टमेंट, एनपीईजेड, सेक्टर-27 में इंडिया गल्फ के पीछे, सेक्टर-27 में सी ब्लॉक, सेक्टर-29 का पार्क व्यू अपार्टमेंट, सेक्टर-36 पॉकेट 6, सेक्टर-12 का शमिला पार्क, सेक्टर-52 का धवल गिरी अपार्टमेंट और हरौला गांव में जलभराव होगा।

हेल्प लाइन पर दर्ज कराएं शिकायत: यदि आप भी कहीं जलभराव देखते हैं तो इसकी शिकायत अथॉरिटी में कर सकते हैं। टीम मौके पर जाकर पंपसेट से पानी निकालेगी। फोन नंबर 0120-2421490 पर सुबह छह बजे से रात 10 बजे तक शिकायतें सुनी जाएंगी। जुलाई के पहले सप्ताह में होगी मानसून की पहली बारिशराष्ट्रीय मध्यमावधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र के वैज्ञानिकों के मुताबिक मानसून कमजोर पड़ने के चलते पूर्वी यूपी से आगे नहीं बढ़ पा रहा है। उम्मीद है कि जून के अंत में बंगाल की खाड़ी में कोई सिस्टम बनेगा, इससे जुलाई के पहले सप्ताह में दिल्ली-एनसीआर में मानसूनी मेघ बरस सकते हैं।

क्या थे दावे -जलभराव को दूर करने के लिए शहर के ड्रेनेज सिस्टम की ओवरहॉलिंग होगी। नए सिरे से ड्रेनेज सिस्टम बनाया जाएगा। -हर साल 15 जून तक नालों की सफाई और सड़क निर्माण का काम पूरा हो जाया करेगा। -जून में सड़कें खोदने का काम नहीं होगा। जरूरी हुआ तो मानसून से पहले काम पूरा होगा। क्या है हकीकत-मास्टर प्लान बन चुका है मगर धरातल पर कुछ काम नहीं हुआ है। -नाले तो साफ हुए मगर सड़क निर्माण का काम अधूरा है।

-शहर में दर्जन भर से ज्यादा स्थानों पर चल रहा है सड़क खोदने का कामजलभराव के चार कारण-मुख्य नाले का ढलान ठीक न होना-सड़कों का निर्माण पूरा न होना-जलभराव होने पर निकासी तुरंत व्यवस्था न होना-नालियों का स्लोब ठीक नहीं होनामहत्वपूर्ण कोटजलभराव के 18 प्वाइंटों की नगिरानी खुद जेई करेंगे। समय से पानी नहीं निकला तो संबंधित जेई के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। विजय यादव, डीसीईओ, नोएडाजिन गड्ढों को सप्ताह भर में भरा नहीं जा सकेगा। उनकी फेंसिंग की जाएगी।

समय से काम पूरे हों, इसके लिए मैं खुद गुरुवार से दौरा करूंगा। पीके अग्रवाल, एसीईओ, नोएडानए सिरे से ड्रेनेज सिस्टम पर काम किए बगैर नोएडा में जलभराव की समस्या हल नहीं हो सकती। जून में सड़कों की खुदाई समझ से परे है। सुशील अग्रवाल, संस्थापक अध्यक्ष, फोनरवाबंगाल की खाड़ी में बना पिछला सिस्टम कमजोर नहीं होता तो आज-कल में मानसून पहुंच चुका होता। अब इसके जुलाई के पहले सप्ताह में पहुंचने की संभावना है। रणजीत सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक मौसम विभाग।

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