फोटो गैलरी

Hindi Newsकूड़ा उठा रहे दो बार, तेल लेते पांच खेप का

कूड़ा उठा रहे दो बार, तेल लेते पांच खेप का

मुजफ्फरपुर। वरीय संवाददाता। शहर में फैली गंदगी के पीछे तेल का खेल चल रहा है। दो खेप कूड़ा उठाकर पांच खेप के ईंधन का पैसा लिया जा रहा है। हर माह दो लाख रुपए के ईंधन लेने के लिए शहर को नरक बना दिया गया...

कूड़ा उठा रहे दो बार, तेल लेते पांच खेप का
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 25 Jun 2014 12:20 AM
ऐप पर पढ़ें

मुजफ्फरपुर। वरीय संवाददाता। शहर में फैली गंदगी के पीछे तेल का खेल चल रहा है। दो खेप कूड़ा उठाकर पांच खेप के ईंधन का पैसा लिया जा रहा है। हर माह दो लाख रुपए के ईंधन लेने के लिए शहर को नरक बना दिया गया है। कई वार्डो में मामला पकड़ में भी आया है।

कुछ पार्षदों ने शिकायत भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। नगर आयुक्त के जवाब-तलब पर सफाई इंस्पेक्टर और जमादार दो से तीन खेप कूड़ा उठाने का दोष पार्षद के सिर पर मढ़ रहे हैं। दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है। वार्ड 14 की पार्षद प्रेमा देवी ने नगर आयुक्त को बताया है कि उनके वार्ड में बलखाना से आने वाला ट्रैक्टर दो खेप ही कूड़े का उठाव करता है। वार्ड जमादार, अंचल इंस्पेक्टर व चालक अक्सर गाड़ी में खराबी आने और जाम का बहाना बनाते हैं।

नतीजतन वार्ड में कूड़े का अंबार लगा रहता है। सफाई नहीं होने पर जनता का आक्रोश बढ़ रहा है। निगम सूत्रों के अनुसार शिकायत के बाद नगर आयुक्त ने वार्ड जमादार व अंचल इंस्पेक्टर से जवाब मांगा तो बताया गया कि मुख्य रोड का कूड़ा उठाने से पार्षद मना करते हैं। शिकायत केवल वार्ड 14 की नहीं है। वार्ड 20 की रागिनी देवी, वार्ड 15 की गणिता देवी, 21 के केपी पप्पू, 29 की रंजू सिन्हा, 41 के विजय झा सहित कई पार्षद ऐसी शिकायत नगर आयुक्त से कर चुके हैं।

अब तक तेल के खेल पर नगर आयुक्त की ओर से कार्रवाई नहीं की गई। खासकर अहले सुबह और दूसरी पाली की सफाई पर निरीक्षण रख पाने में अधिकारी असफल हो रहे हैं। खर्च के बावजूद सफाई नहीं निगम में सफाई के लिए बहलखाना से हर दिन 25 ट्रैक्टर खुल रहे हैं। ट्रैक्टरों को पांच ट्रिप कूड़ा उठाने का आदेश है। इसके मुताबिक ही ईंधन भी दिया जा रहा है। तय कार्यक्रम के मुताबिक कूड़े का उठाव कराया जाए तो हर दिन 125 ट्रेलर कूड़ा उठेगा।

एक ट्रेलर पर चार से पांच टन कूड़ा लादने की क्षमता है, तो करीब 450 टन कूड़ा शहर से प्रति दिन उठना चाहिए। सफाई शाखा के अनुसार शहर में हर दिन करीब 250 टन कूड़ा उत्पादन होता है। सवाल है कि 450 टन कूड़ा उठाव के बराबर ईंधन खपत होने के बाद भी 250 टन कूड़ा क्यों नहीं उठ रहा। हर माह चार लाख डीजल जल रहा एकाउंट शाखा के अनुसार हर माह नगर निगम में तेल की खपत पर औसतन चार लाख रुपए का बिल पेट्रोल पंप से आ रहा है।

पेट्रोल पंप से ट्रैक्टर, जेसीबी, मेयर, डिप्टी मेयर व नगर आयुक्त की गाड़ियों को डीजल मिलता है। पार्षदों की शिकायत को यदि हकीकत माना जाए तो बिल का 50 प्रतिशत राशि का खेल हर माह हो रहा है। दो लाख रुपए का डीजल का बिल तेल के खेल की भेंट चढ़ रहा है। जानकारों के अनुसार अधिकांश ट्रैक्टर का मीटर खराब है इस वजह से लॉग बुक भी अद्यतन नहीं हो रहा है। बयानमानक से कम कूड़ा उठाव की शिकायतें मिलने पर सफाई इंस्पेक्टर व वार्ड जमादार से जवाब-तलब किया गया है।

इसकी जांच भी की जा रही है। ट्रैक्टर से कूड़ा उठाव के बाद अब प्रत्येक वार्ड पार्षदों से लिखित लेना अनिवार्य कर दिया गया है। पार्षद की ओर से अनुशंसा नहीं होने पर कार्रवाई की जायेगी :- सीता चौधरी, नगर आयुक्तं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें