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खेती में आधुनिक तकनीक अपनाएं किसान: रावत

खेती को बचाने के लिए आधुनिक तकनीकों को अपनाना होगा। यह बात रानीपोखरी में कृषक महोत्सव 2014 का शुभारम्भ करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कही। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास अच्छे बीजों की उपलब्धता,...

खेती में आधुनिक तकनीक अपनाएं किसान: रावत
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 29 Oct 2014 12:01 AM
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खेती को बचाने के लिए आधुनिक तकनीकों को अपनाना होगा। यह बात रानीपोखरी में कृषक महोत्सव 2014 का शुभारम्भ करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कही। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास अच्छे बीजों की उपलब्धता, सस्ती तकनीक और किसान को उसके उत्पाद का उचित मूल्य दिलवाना है।

मुख्यमंत्री ने रानीपोखरी में पंतनगर विश्वविद्यालय का प्रसार केंद्र खोलने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग को निर्देश दिए कि प्रत्येक ब्लॉक में कम से कम 100 किसान बीज उत्पादक के तौर पर पंजीकृत किए जाएं। साथ ही कुछ किसानों का पंजीकरण नर्सरी उत्पादक के रूप में भी किया जाए। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों के फलों को मार्केट उपलब्ध करवाने के लिए देशी शराब में 10 फीसदी पर्वतीय फलों के रस के उपयोग को अनिवार्य किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गन्ना किसानों का 90 फीसदी बकाया का भुगतान कर दिया गया है। संरक्षित खेती के लिए राज्य सरकार ने कई अहम निर्णय लिए हैं। पुराने बगीचों और पॉलीहाउस को बदलने पर सरकार सहायता करेगी। किसान सम्मान पेंशन योजना शुरू की गई है। जमीन बंदोबस्त प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जाएगी। फलदार व चारा प्रजाति के वृक्षों के रोपण के लिए 'हमारा पेड़ हमारा धन' योजना शुरू की गई है। मंडियों के संचालन में सुधार लाया जाएगा।

फूलों की मंडी विकसित की जाएगी। खेती को जंगली जानवरों से बचाने के लिए भी हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है। बुजुर्ग महिलाओं के लिए दोपहर के भोजन की योजना शुरू की जा रही है। अब गर्भवती महिलाओं को मंडुवा और आयोडिनयुक्त नमक के साथ ही काला भट्ट भी दिया जाएगा। इसकी खरीद स्थानीय उत्पादकों से ही की जाएगी। कृषि मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि पिछले दो-तीन वर्षों में राज्य में यद्यपि कुल कृषि भूमि में 50 हजार हेक्टेयर की कमी आई है, लेकिन खाद्यान्न उत्पादन में 3 लाख मीट्रिक टन की वृद्घि हुई है।

भारत सरकार ने उत्तराखंड को कृषि कर्मा पुरस्कार दिया है। कृषि यंत्रों में राज्य सरकर द्वारा सब्सिडी दी जा रही है। पंचायत किसान केंद्रों को मजबूत बनाया जा रहा है। 'सरकार किसान के द्वार' के तहत कृषि महोत्सव 2014 का आयोजन 28 अक्टूबर से 7 नवम्बर तक प्रत्येक न्याय पंचायत में किया जाएगा। विधायक डोईवाला हीरा सिंह बिष्ट ने कृषिभूमि पर धड़ल्ले से हो रही प्लाटिंग पर चिंता जताई। कहा कि रानीपोखरी में प्राधिकरण की मिलीभगत से कृषि भूमि पर नियमों के विपरीत प्लाटिंग हो रही है।

विधायक ऋषिकेश प्रेमचन्द अग्रवाल ने जंगली जानवरों के आतंक पर चिंता जताई। महोत्सव में प्रमुख सचिव कृषि डॉ.रणवीर सिंह, अपर सचिव निधि पाण्डेय, एसडीएम प्रकाशचन्द्र दुम्का, उद्यमी बचन पोखरियाल, जगमोहन सकलानी, राकेश अग्रवाल, जयेन्द्र रावत, शिवा ढौंढियाल, राव शाहीद अहमद, अनिता देवी, मनोज नौटियाल, मालती चौहान, गीता जायसवाल, जहीर कुरैशी, विक्रम नेगी, धीरेन्द्र पंवार, बलराज क्षेत्री, प्रविन्द्र सिंह,उदय सिंह, संतोष चौहान, रणवीर सिंह और महेश रावत सहित अन्य उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने समारोह स्थल पर कृषि और अन्य विभागों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और किसान रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

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