मेट्रो की सुरक्षा संभाल सकती है दिल्ली पुलिस!
राष्ट्रीय राजधानी में मेट्रो नेटवर्क की सुरक्षा का जिम्मा दिल्ली पुलिस को मिल सकता है। शहरी विकास मंत्रालय ने सिफारिश की है कि शहर की पुलिस दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा व्यवस्था संभालने में केंद्रीय...
राष्ट्रीय राजधानी में मेट्रो नेटवर्क की सुरक्षा का जिम्मा दिल्ली पुलिस को मिल सकता है। शहरी विकास मंत्रालय ने सिफारिश की है कि शहर की पुलिस दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा व्यवस्था संभालने में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) से अधिक सक्षम है।
गृह मंत्रालय से की गई हालिया सिफारिश में शहरी विकास मंत्रालय ने कहा है कि शहर में कानून और व्यवस्था बनाए रखने की दृष्टि से दिल्ली पुलिस को सुरक्षा का जिम्मा सौंपना बेहतर होगा। इससे स्थानीय पुलिस के साथ एकजुट होकर काम करने, सामंजस्य बिठाने, भीड़ का प्रबंधन करने और पूरी कानून-व्यवस्था के नियंत्रण में सुविधा होगी।
सिफारिश में कहा गया कि इससे मेट्रो रेल नेटवर्क की पूरी पुलिस व्यवस्था में भी सुधार आएगा, क्योंकि शहर की कानून व्यवस्था का जिम्मा मूलत: दिल्ली पुलिस के हाथ में है।
सीआईएसएफ इस समय दिल्ली में स्थित 129 मेट्रो स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभाले हुए है। दिल्ली पुलिस मेट्रो के अंदर किसी भी तरह के आपराधिक गतिविधि की न सिर्फ शिकायत दर्ज करती है, बल्कि जांच भी करती है। दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा में सीआईएसएफ के 5,000 कर्मी तैनात हैं। लेकिन आपराधिक गतिविधियों की जांच में लगे दिल्ली पुलिस के कर्मियों की संख्या काफी कम है।
सिफारिश में कहा गया कि दिल्ली पुलिस का त्वरित प्रतिक्रिया दल जो अभी किसी विशेष क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था संभालते हैं, उन्हें उस क्षेत्र विशेष के तहत आने वाले मेट्रो स्टेशन की सुरक्षा का जिम्मा दिया जा सकता है।
सिफारिश में कहा गया कि दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा का जिम्मा दिल्ली पुलिस सीआईएसएफ से अधिक बेहतर तरीके से कर सकती है।
सूत्रों के मुताबिक, मेट्रो स्टेशन में तैनात सीआईएसएफ कर्मचारियों को वेतन गृह मंत्रालय देता है, जबकि मेट्रो की व्यवस्था शहरी विकास मंत्रालय के अंतर्गत आती है।
दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन (डीएमआरसी) से इस बाबत संपर्क साधने पर उन्होंने इस विषय पर टिप्पणी करने से मना कर दिया।
दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त बी.के. गुप्ता ने कहा, ''सीआईएसएफ के पास जांच का अधिकार नहीं है। आतंकी धमकी की जानकारी जुटाने के लिए भी उसका स्थानीय स्तर पर नेटवर्क कमजोर है। ऐसे में दिल्ली पुलिस बेहतर विकल्प है।''
गुप्ता ने कहा कि चूंकि पूरी दिल्ली की सुरक्षा दिल्ली पुलिस के पास है ऐसे में मेट्रो की सुरक्षा का जिम्मा उसे सौंपना प्रभावकारी होगा।