अब एसएससी की परीक्षा होगी एक ही दिन
कर्मचारी चयन आयोग को कोई भी परीक्षा अब एक साथ लेनी होगी। आवेदकों की संख्या बढ़ने पर तीन दिन तक परीक्षा लेने के नियम को सरकार ने समाप्त कर दिया। सरकार ने इसके लिए नियम में संशोधन किया है। इसी के साथ...
कर्मचारी चयन आयोग को कोई भी परीक्षा अब एक साथ लेनी होगी। आवेदकों की संख्या बढ़ने पर तीन दिन तक परीक्षा लेने के नियम को सरकार ने समाप्त कर दिया। सरकार ने इसके लिए नियम में संशोधन किया है। इसी के साथ तकनीकी कर्मचारियों के चयन के लिए अलग से तकनीकी कर्मचारी चयन आयोग का गठन होगा। मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में इन प्रस्तावों पर मुहर लगी।
राज्य में वर्ग तीन की नियुक्तियां कर्मचारी चयन आयोग से होती हैं। आयोग के पास संसाधन सीमित होने के कारण यह व्यवस्था थी कि आयोग कोई भी परीक्षा तीन बार में पूरा कर सकता है। शर्त यह थी कि आवेदकों की संख्या चार लाख से अधिक हो। लेकिन सरकार ने मंगलवार को यह व्यवस्था समाप्त कर दी। आयोग को भले संसाधन और केन्द्रों की संख्या बढ़ानी पड़े, लेकिन परीक्षा हर हाल में एकसाथ ही लेनी होगी।
सरकार का मानना है कि तीन दिन परीक्षा लेने से कई प्रकार की गड़बड़ी की आशंका रहती है। संभव है कि किसी दिन परीक्षा में कदाचार का आरोप लगे तो उस दिन शामिल छात्रों को लाभ हो जाएगा। इसी के साथ अलग-अलग दिन के लिए प्रश्न पत्र भी अलग होंगे। ऐसे में संभावना यह भी बनती है कि किसी दिन का प्रश्न कठिन हो और किसी दिन सरल।
इससे छात्रों के चयन में भेदभाव का आरोप लग सकता है। लिहाजा सरकार ने हर हाल में परीक्षा एक दिन करने का फैसला लिया है। राज्य में बड़ी संख्या में तकनीकी कर्मचारियों की बहाली होनी है। डाटा इंट्री ऑपरेटर का हो या कोई दूसरा पद, बहाली अब तकनीकी कर्मचारी चयन आयोग से होगी।
पद पर बने रहेंगे न्यायमित्र : ग्राम कचहरी न्यायमित्र नियमावली 2007 में संशोधन पर कैबिनेट की मुहर लगी। इसके तहत राज्य में जितने भी न्याय मित्र बहाल हैं वह तब तक अपने पद पर बने रहेंगे जब तक नई बहाली न हो जाए।
संविदा वाले पशु चिकित्सकों की सेवा एक साल बढ़ी : पशुपालन विभाग में संविदा पर बहाल 446 पशु चिकित्सकों की सेवा अवधि में एक साल का विस्तार दिया गया है। इस फैसले के तहत सेवा विस्तार उसी दिन से मिलेगा जिस दिन उनकी सेवा समाप्त हुई हो। बीच में अगर नियमित बहाली हो जाती है तो इनकी सेवा समाप्त हो जाएगी।