एफआईआर के बावजूद डीजी कमलेंद्र पर कार्रवाई नहीं
मथुरा में प्रवक्ता संकल्प आनंद द्वारा खुदकुशी करने का मामला ठंडे बस्ते में जाता नजर आ रहा है। परिवारीजनों की मांग और मथुरा एसएसपी की संस्तुति के बावजूद पांच दिन बीतने पर भी न तो पुलिस महकमे ने डीजी...
मथुरा में प्रवक्ता संकल्प आनंद द्वारा खुदकुशी करने का मामला ठंडे बस्ते में जाता नजर आ रहा है। परिवारीजनों की मांग और मथुरा एसएसपी की संस्तुति के बावजूद पांच दिन बीतने पर भी न तो पुलिस महकमे ने डीजी कमलेंद्र प्रसाद के खिलाफ कार्रवाई की है और न ही शासन ने कोई फैसला लिया है। उधर, मथुरा एसएसपी की रिपोर्ट पर भी अधिकारी मौन हैं।
दिल्ली स्थित ‘नेशनल इंस्टीट्यूट आफ क्रिमिनलोजी एंड फारेंसिक साइंसेज’ के प्रवक्ता संकल्प आनंद ने 15 अक्तूबर को खुदकुशी कर ली थी। संकल्प के सुसाइड नोट में पुलिस आवास निगम के प्रबंध निदेशक कमलेंद्र प्रसाद और संस्थान में तैनात रहे डीआईजी संदीप मित्तल का नाम था। इस पर मथुरा पुलिस ने पिता संतोषानंद के प्रार्थना पत्र पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
इसके बावजूद प्रदेश के आला पुलिस अधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं। मथुरा पुलिस द्वारा मामले की तफ्तीश किसी राज्य स्तर की विशेष जांच एजेंसी से कराए जाने की संस्तुति के बारे में प्रमुख सचिव गृह देवाशीष पंडा ने कहा कि उन्हें अभी तक मथुरा पुलिस की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। डीजीपी मुख्यालय द्वारा रिपोर्ट मिलने के बाद ही शासन कार्रवाई पर विचार करेगा।
एडीजी कानून-व्यवस्था मुकुल गोयल ने भी मथुरा की एसएसपी द्वारा किसी तरह की रिपोर्ट भेजे जाने की बात से इनकार किया। चूंकि मामला दिल्ली, मुंबई और अन्य स्थानों से जुड़ा है। ऐसे में मथुरा पुलिस के लिए तफ्तीश करना आसान नहीं होगा। लिहाजा मैंने डीजीपी को पत्र लिखकर तफ्तीश राज्य स्तरीय विशेष एजेंसी से कराने को कहा है।