बिजली दर बढ़ाने के प्रस्ताव पर जनसुनवाई कल से
बिजली दर बढ़ाने के प्रस्ताव पर तीन व चार फरवरी को जनसुनवाई होगी। एक अप्रैल 2015 से बिजली की टैरिफ क्या हो, इस पर आम लोगों के अलावा गैर सरकारी संगठन के लोग भी अपनी राय रख सकते हैं। बिहार विद्युत...
बिजली दर बढ़ाने के प्रस्ताव पर तीन व चार फरवरी को जनसुनवाई होगी। एक अप्रैल 2015 से बिजली की टैरिफ क्या हो, इस पर आम लोगों के अलावा गैर सरकारी संगठन के लोग भी अपनी राय रख सकते हैं। बिहार विद्युत विनियामक आयोग बेली रोड के कार्यालय में सुबह 10 बजे से सुनवाई शुरू होगी।
आयोग के अध्यक्ष उमेश नारायण पंजियार व सदस्य एससी झा लोगों के सुझाव को सुनेंगे। दो दिनों की जनसुनवाई के बाद आयोग नई दर तय करने में जुट जाएगा। ऐसी संभावना है कि फरवरी के अंतिम सप्ताह या मार्च के प्रथम सप्ताह में नए टैरिफ की घोषणा हो जाए। पटना से पहले सूबे के सभी प्रमंडलों में जनसुनवाई हो चुकी है। लोगों के लिए पटना में अंतिम मौका होगा कि वे बिजली की नई दर परं अपनी राय दें।
टैरिफ बढ़ाने में घाटे का हवाला : कंपनी ने लगभग 25 फीसदी तक बिजली दर बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। याचिका में बिजली कंपनी ने घाटा होने की दलील दी है। कहा है कि मौजूदा टैरिफ के कारण नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को 377.66 करोड़ तो साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड को 680.56 करोड़ यानी 1057.22 करोड़ का नुकसान हो रहा है। प्रस्तावित टैरिफ को अगर मान लिया जाता है, तो नार्थ बिहार को 377.19 करोड़ तो साउथ बिहार कंपनी को 681.83 करोड़ यानी 1059.02 करोड़ की आय होगी।
एक नजर में मौजूदा टैरिफ
खेती
यूनिट अभी प्रस्ताव
ग्रामीण 120 रुपए 138 रुपए प्रति हॉर्सपावर
शहरी 160 रुपए 184 रुपए प्रति हॉर्सपावर
ग्रामीण इलाका
0-50 2.00 2.30 प्रति यूनिट
51-100 2.30 2.65 ,,
100 से ऊपर 2.70 3.11 ,,
शहरी क्षेत्र
1-100 2.85 3.42 प्रति यूनिट
101-200 3.50 4.20 ,,
201-300 4.20 5.04 ,,
300 से अधिक 5.30 6.36 ,,
किस वर्ष कितनी बढ़ी बिजली दर
2009-10 : पांच पैसा
2010-11 : 19 प्रतिशत
2011-12 : 12.1 प्रतिशत
2012-13 : 6.9 प्रतिशत
2013-14 : वृद्धि नहीं
2014-15 : वृद्धि नहीं