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सोनाक्षी को चलेगा हर उम्र का हीरो

सोनाक्षी उन अभिनेत्रियों में से हैं, जो अर्जुन कपूर, शाहिद कपूर जैसे हमउम्र कलाकारों के साथ तो काम कर ही रही हैं, सलमान खान, अजय देवगन और अक्षय कुमार जैसे सीनियर कलाकारों के साथ भी फिल्मों में आ रही...

सोनाक्षी को चलेगा हर उम्र का हीरो
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 22 Nov 2014 12:40 PM
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सोनाक्षी उन अभिनेत्रियों में से हैं, जो अर्जुन कपूर, शाहिद कपूर जैसे हमउम्र कलाकारों के साथ तो काम कर ही रही हैं, सलमान खान, अजय देवगन और अक्षय कुमार जैसे सीनियर कलाकारों के साथ भी फिल्मों में आ रही हैं। 

यही नहीं, वह 63 साल के रजनीकांत के साथ भी एक फिल्म ‘लिंगा’ कर रही हैं। प्रभु देवा के निर्देशन में उनकी तीसरी फिल्म जल्दी ही आने वाली है, जिसमें अजय देवगन उनके हीरो हैं।

अब तक के अपने करियर को किस तरह देखती हैं?
अभी तक का समय बहुत अच्छा गुजरा है। इन चार वर्षों में मैंने बहुत अलग-अलग तरह का काम किया। अलग-अलग तरह के लोगों के साथ काम किया। बहुत कुछ सीखा। मेरी चार साल की अभिनय-यात्रा काफी शानदार रही है।

इस दौरान सबसे खास बात क्या सीखी?
अभिनेत्री के तौर पर मैंने सीखा कि जिस लगन व मेहनत से मैंने अपने करियर की पहली फिल्म की थी, उसी लगन व मेहनत के साथ मुझे अपनी हर फिल्म करनी चाहिए। दिमाग में यह बात कभी नहीं आनी चाहिए कि अब मैं कुछ बन गयी हूं, इसलिए मुझे इतनी कड़ी मेहनत नहीं करनी। हर फिल्म को मैं पहली फिल्म की ही तरह लेती हूं। फिर चाहे वह ‘लुटेरा’ रही हो, ‘राउडी राठौड़’ या अब ‘एक्शन जैक्सन’, मेरे लिए हर फिल्म एक जैसा महत्व रखती है।

फिल्म ‘एक्शन जैक्सन’ के बारे में कुछ बताएं।
यह प्रभु देवा स्टाइल की एक पूरी तरह मसाला और मनोरंजक फिल्म है। मेरे करियर की यह पहली फिल्म है, जिसमें मैंने पूरी तरह से कॉमिक किरदार निभाया है। जब इस फिल्म की ऑफर लेकर प्रभु सर मेरे पास आए थे तो उन्होंने कहा था कि उन्हें मेरे अंदर बहुत अच्छी कॉमिक टाइमिंग नजर आती है, इसलिए अब मुझे कॉमेडी करनी चाहिए। मैंने भी हामी भर दी।

किरदार क्या है?
मेरे किरदार का नाम खुशी है, जो मुंबई की लड़की है। उसका ‘लक’ बहुत खराब है। उसकी जिंदगी में हमेशा ‘नाखुशी’ रहती है और परिस्थितियां भी काफी मजाकिया होती हैं।  उसकी जिंदगी उसके नाम के विपरीत चलती है। फनी सिचुएशन से वह कैसे बाहर निकलती है, कैसे उसका लक बदलता है, उसे फिल्म में दिखाया गया है।

आपको कब एहसास हुआ कि आपके अंदर अच्छी कॉमिक टाइमिंग है?
मैंने अब तक जितनी फिल्में की हैं, उन सभी में थोड़ी-बहुत कॉमेडी करने का मौका मिलता रहा है, फिर चाहे वह ‘राउडी राठौड़’ हो या ‘सन ऑफ सरदार’ या फिर ‘जोकर’। इससे मैं सीखती गई। वैसे भी मेरे अंदर सहज रूप से एक ‘सेंस ऑफ ह्यूमर’ है, जो किसी भी किरदार को निभाते समय मदद करता है। काम करते-करते मेरे अंदर कॉमिक टाइमिंग विकसित हुई है।

इस फिल्म में आपके अलावा दो अन्य हीरोइनें यामी गौतम और मनस्वी भी हैं यानी यह आपके करियर की पहली मल्टीस्टारर या यूं कहें कि मल्टी-हीरोइन फिल्म है?
जी हां। अब तक मैं ‘सोलो’ हीरोइन वाली फिल्में करती रही हूं, पर पहली बार यह मल्टीस्टारर फिल्म की है। लेकिन पूरी फिल्म में यामी गौतम के साथ मेरे दो-तीन सीन ही हैं, जबकि मनस्वी के साथ मेरा एक भी सीन नहीं है। फिल्म की कहानी ऐसी है कि तीनों लड़कियां कभी एक साथ मिलती ही नहीं हैं, इसलिए मुझे कोई फर्क महसूस नहीं हुआ।

आपने प्रभु देवा के अलावा दूसरे निर्देशकों के साथ भी काम किया है। उनकी किस तरह से तुलना करना चाहेंगी?
हर निर्देशक में अपनी सिनेमाई समझ होती है। उसी के अनुरूप उसका अपना एक स्टाइल होता है। एक के स्टाइल की तुलना दूसरे से कभी भी नहीं की जा सकती। अगर सभी एक जैसे हो जाएंगे तो सब एक ही तरह की फिल्में बनाएंगे। ऐसे में विविधता कहां से आएगी? मैं तो ‘निर्देशक की कलाकार’ हूं। मैं निर्देशक से यह समझ कर किरदार निभाती हूं कि वह किरदार को पर्दे पर किस तरह लाना चाहता है। प्रभु देवा के मुकाबले विक्रमादित्य मोटवानी का नजरिया बहुत अलग है, इसीलिए दोनों अलग-अलग तरह का सिनेमा बनाते हैं।

आप खुद एक कॉस्टय़ूम/फैशन डिजाइनर हैं। अभिनेत्री बनने से पहले आपने एक फिल्म में बतौर कॉस्टय़ूम डिजाइनर काम भी किया था। कभी अपने किरदार के लिए कॉस्टय़ूम डिजाइन करने का मन नहीं करता?
घर पर तो मैं अपनी पसंद के अनुसार बने कपडे़ पहनती ही हूं, फिल्मों में भी अपनी राय जाहिर करती रहती हूं। ‘एक्शन जैक्सन’ के एक गाने ‘कीड़ा’ की शूटिंग हम ऑस्ट्रिया में कर रहे थे। उसमें मेरा मन किया कि मैं अपनी खुद की चमड़े की जैकेट पहन लूं, सनग्लास लगा लूं तो मैंने वैसा ही किया। वैसे अब तक मैंने हर फिल्म में बेहतरीन कॉस्टय़ूम डिजाइनरों के साथ ही काम किया है।

खुद कॉस्टय़ूम डिजाइनर होने के फायदा होता है?
समझ बढ़ जाती है। छोटी-मोटी जरूरतों के लिए कॉस्टय़ूम डिजाइनर का इंतजार नहीं करना पड़ता, जिसकी वजह से शूटिंग नहीं रुकती।

पिछले दिनों आप लंदन में परफॉर्म करने गयी थीं। क्या अनुभव रहा?
बहुत बेहतरीन व सुखद अनुभव रहा। लोगों ने हमारी बहुत प्रशंसा की। मेरे लिए तो दोहरी खुशी की बात थी, क्योंकि मुझे स्टेज पर परफॉर्म करने का बेहद शौक है। दूसरी कौन सी फिल्में कर रही हैं?

अर्जुन कपूर के साथ ‘तेवर’ तथा रजनीकांत सर के साथ ‘लिंगा’ कर रही हूं।

रजनीकांत के साथ काम करने के क्या अनुभव रहे?
यह बहुत सौभाग्य की बात है कि मुझे इतनी जल्दी रजनीकांत जी के साथ फिल्म करने का मौका मिला। वह सुपरस्टार होते हुए भी बेहद विनम्र और जमीन से जुड़े कलाकार हैं। उनके जैसे प्रोफेशनल कलाकार के साथ काम करके मैंने बहुत कुछ सीखा।

तमिल भाषा की फिल्म में काम करने में मुश्किल नहीं हुई?
जी हां, ‘लिंगा’ तमिल फिल्म है, जिसे हिंदी में डब किया गया है। इस फिल्म के लिए मैंने तमिल सीखी। फिल्म के निर्देशक के. एस. रविकुमार से भी मुझे काफी मदद मिली।

सुना है ‘तेवर’ में आपने एक गाना भी गाया है?
जी हां, मैंने इसमें गाना गाया है। मैं बाथरूम सिंगर हूं और काफी लंबे समय से फिल्मों में गाना चाहती थी, पर मौका नहीं मिल रहा था। तो जब मुझे इस फिल्म में गाने का मौका मिला तो मैंने गाया।

चर्चा तो यह भी हो रही है कि आपने फिल्म में माधुरी दीक्षित जैसा डांस किया है?
मेरी खुशनसीबी होती, अगर मैं माधुरी दीक्षित की तरह डांस कर पाती। पर मैं जो कुछ डांस कर पा रही हूं, उसका सारा श्रेय प्रभु देवा सर को जाता है। मैंने तो उन्हीं से सब कुछ सीखा है।                                                        

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