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धीमा इंटरनेट भी नहीं रोक पाएगा वीडियो कॉलिंग

भारत में वॉयस कॉलिंग और वीडियो कॉलिंग की सुविधा देने वाले एप की कमी नहीं है। लेकिन अधिकतर एप भारत में इंटरनेट की कम स्पीड की वजह से सही तरीके से काम नहीं कर पाते हैं। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए...

धीमा इंटरनेट भी नहीं रोक पाएगा वीडियो कॉलिंग
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 27 Apr 2015 01:36 PM
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भारत में वॉयस कॉलिंग और वीडियो कॉलिंग की सुविधा देने वाले एप की कमी नहीं है। लेकिन अधिकतर एप भारत में इंटरनेट की कम स्पीड की वजह से सही तरीके से काम नहीं कर पाते हैं। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए स्काइप ने भारत के लिए नया एप बनाने का प्लान तैयार किया है।

यह एप भारत में 2 जी और 3जी दोनों नेटवर्क को सपोर्ट करेगा। यह एप स्टैंडर्ड स्पीड वाले स्मार्टफोन के प्रोसेसर पर भी काम करेगा। स्काइप विश्वभर में वीडियो कॉलिंग की बेहतरीन सुविधा देने वाली कंपनियों में से एक है। स्काइप को ज्यादातर बिजनेस क्लास के यूजर इस्तेमाल करते हैं।

इसका कारण इसकी लागत को बताया जा सकता है क्योंकि यह एप महंगे डिवाइस और अच्छी इंटरनेट स्पीड पर सही से काम करता है। मौजूदा एप, स्टैंडर्ड स्पीड वाले डिवाइसों पर सही से काम नहीं कर पाता है। कंपनी ने कई बार इसके अपडेट जारी किए मगर इस समस्या को दूर करने में नाकाम रही।

तकनीक में होलोलेंस का इस्तेमाल

स्काइप के लाइट वर्जन में होलोलेंस तकनीक दी जाएगी। इस तकनीक की मदद से यूजर वीडियो कॉलिंग के दौरान एक दूसरे की तस्वीरों को तत्काल (रियल टाइम) देख सकेंगे। कंपनी ने कहा कि इन तस्वीरों की क्वालिटी काफी बेहतर होगी। यह नोकिया आशा और लूमिया जैसे हैंडसेट पर भी काम करेगा।

नई तकनीक से कम लगेगा डाटा: स्काइप के इस नए एप में कुछ तकनीकी बदलाव किए गए हैं। इस तकनीक की मदद से यूजर का इंटरनेट डाटा भी कम खत्म होगा।

दूसरे एप की सर्विस को बेहतर माना

स्काइप के प्रवक्ता फिलिप सेलजानो ने बताया कि स्काइप रिसर्च ने कुछ वॉयस और वीडियो कॉलिंग एप पर टेस्ट किया। इसमें टीम ने पाया कि भारतीय नेटवर्क पर स्काइप के मुकाबले अन्य एप ज्यादा बेहतर सर्विस दे रहे हैं।

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