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ब्रिटेन में चुनाव प्रचार आखिरी दौर में, मतदान कल

ब्रिटेन में गुरुवार को होने वाले चुनाव के लिए प्रचार अभियान के अंतिम दिन बुधवार को सभी प्रमुख दलों के नेताओं ने मतदाताओं को रिझाने की पूरी कोशिश की। प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने चुनाव प्रचार के दौरान...

ब्रिटेन में चुनाव प्रचार आखिरी दौर में, मतदान कल
एजेंसीWed, 06 May 2015 02:32 PM
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ब्रिटेन में गुरुवार को होने वाले चुनाव के लिए प्रचार अभियान के अंतिम दिन बुधवार को सभी प्रमुख दलों के नेताओं ने मतदाताओं को रिझाने की पूरी कोशिश की।

प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने चुनाव प्रचार के दौरान लोगों से इंग्लैंड के सुनहरे भविष्य का वायदा  किया, जबकि विपक्षी लेबर पार्टी के नेता एड मिलीबैंड ने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार बनी तो वह जनता के भलाई के कार्यों पर सबसे ज्यादा ध्यान देगी। वहीं लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता निक क्लेग ने स्थायित्व पर जोर दिया है।
      
चुनाव में दो मुख्य पार्टियों कंजर्वेटिव और लेबर पार्टी के बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना है और विश्लेषकों ने बताया है कि चुनाव में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत मिलने के संकेत नहीं है। मतदाताओं का स्पष्ट रुझान किसी भी एक पार्टी के पक्ष में नहीं दिखाई दे रहा है, जिसके कारण विश्व की पांचवी सबसे बडी़ अर्थव्यवस्था वाले इस देश में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलने के संकेत नहीं है।
     
बीबीसी के राजनीतिक मामलों के उप संपादक जेम्स लेंडेल ने बताया कि राजनेता, चुनाव सर्वेक्षक और मीडिया चुनाव का विश्लेषण करने में जुटे हुए हैं। विश्लेषकों का मानना है कि अगर यहां गठबंधन की सरकार बनती है और डेविड कैमरन उस सरकार के मुखिया बनते हैं तब भी पार्टी के नेता के तौर पर उनकी स्थिति ज्यादा मजबूत नहीं रहेगी। क्योंकि वह पहले ही कह चुके हैं कि वह तीसरी बार चुनाव नहीं लडेंगे। ऐसे में 2020 के चुनाव के लिए पार्टी के नए नेता के लिए होड़ को टाला नहीं जा सकता।

अगर विपक्षी नेता मिलीबैंड की जीत होती है तो कैमरन कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पद से हट जाएंगे और जो भी उनकी जगह लेगा वह विपक्ष का नेता बनेगा। उन्होंने कहा कि अगर कंजर्वेटिव पार्टी चुनाव जीतती है तो लंदन के मेयर बोरिस जॉनसन को फायदा हो सकता है।    
        
चुनाव में लेबर पार्टी ने 52 अश्वेत और अल्पसंख्यक उम्मीदवार खड़े किए हैं। इनमें पिछली संसद के 16 सदस्य हैं। ब्रिटिश चुनाव के इतिहास में कजर्वेटिव पार्टी ने सबसे अधिक 45 अल्पसंख्यक प्रत्याशियों को उतारा है। इनमें 15 भारतीय किस्मत आजमा रहे हैं, जिनमें 14 लेबर पार्टी से और एक कंजरवेटिव पार्टी के टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं।

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