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आखिर उबर के खिलाफ इस महिला ने क्यों वापस ले लिया केस?

नई दिल्ली में पिछले वर्ष उबर कैब के एक चालक के हाथों कथित रूप से बलात्कार का शिकार हुई एक भारतीय महिला ने वेब आधारित टैक्सी कंपनी के खिलाफ एक अमेरिकी अदालत में दर्ज कराया गया मामला स्वेच्छा से वापस...

आखिर उबर के खिलाफ इस महिला ने क्यों वापस ले लिया केस?
एजेंसीWed, 02 Sep 2015 06:03 PM
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नई दिल्ली में पिछले वर्ष उबर कैब के एक चालक के हाथों कथित रूप से बलात्कार का शिकार हुई एक भारतीय महिला ने वेब आधारित टैक्सी कंपनी के खिलाफ एक अमेरिकी अदालत में दर्ज कराया गया मामला स्वेच्छा से वापस ले लिया है।

महिला के वकीलों ने नॉदर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ कैलिफोर्निया की अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में कल दायर एक संक्षिप्त नोटिस में कहा कि अभियोक्ता ने बचावकर्ता उबर टैक्नोलॉजीज के खिलाफ दायर मामला वापस ले लिया है। दोनों पक्ष अपना-अपना खर्च और वकीलों की फीस स्वयं वहन करेंगे।

अदालत में दायर दस्तावेजों में इस बात का कोई जिक्र नहीं किया गया कि मामला किस वजह से और किन शर्तों के तहत वापस लिया गया। इस संबंध में बात करने के लिए महिला के अटॉर्नी डगलस विगडोर से तत्काल बातचीत नहीं हो पाई। महिला ने इस वर्ष जनवरी में उबर के खिलाफ मामला दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि उबर अपने चालकों के बारे में उचित प्रकार से जांच-पड़ताल नहीं करती और उसकी लापरवाही और धोखाधड़ी के परिणामस्वरूप उसे यौन उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा और अपमानित होना पड़ा। उसने शारीरिक एवं आर्थिक नुकसान के मुआवजे के तौर पर और उत्पीड़न के कारण उसकी पेशेवर एवं निजी प्रतिष्ठा को पहुंची ठेस की क्षतिपूर्ण के लिए अज्ञात राशि की मांग की थी।

मुकदमा दायर करने के बाद विगडोर ने कहा था कि हम हमारे मुवक्किल को शारीरिक और भावनात्मक नुकसान पहुंचाने के लिए उबर को जिम्मेदार ठहराना चाहते है। साथ ही हम चाहते हैं कि अदालत उबर को सुरक्षा संबंधी निश्चित सावधानियां बरतने का आदेश दे जिसे वह अपनी इच्छा से अपनाने की इच्छुक नहीं है।

मुकदमे में कहा गया था कि यदि उबर ने चालक शिव कुमार यादव की पृष्ठभूमि संबंधी जांच की होती तो उसे पता चल जाता कि यादव ने फर्जी दस्तावेज मुहैया कराए थे और उसे उसके हिंसक और गलत आचरण के लिए जाना जाता था और बलात्कार एवं हमले के मामलों में उसे कई बार गिरफ्तार किया जा चुका था।

मामला दर्ज करते हुए पांच दिसंबर की उस रात को हुई घटना के बारे में विस्तार से बताया गया था जब यादव ने कथित रूप से महिला का बलात्कार किया था। इसमें आरोप लगाया गया था कि यादव ने महिला को मारने की बार बार धमकी दी और दिसंबर 2012 में हुए एक छात्रा के सामूहिक बलात्कार की घटना की ओर इशारा करते हुए कहा कि यदि वह चिल्लाई या उसने बचकर भागने की कोशिश की तो  वह उसके शरीर में धातु की छड़ घुसा देगा।

उबर ने अप्रैल में मामला खारिज करने की मांग करते हुए कहा था कि महिला गलत पार्टी के खिलाफ कार्रवाई कर रही है और कंपनी का चालक से कोई संबंध नहीं है। उबर ने कहा था कि इस बारे में कोई दोराय नहीं है कि कथित अपराध निंदनीय है, लेकिन कानून को आवश्यकता है कि सभी अभियोक्ता सही पार्टी या इस नुकसान के लिए कानूनी रूप से जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराएं।

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