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अमेरिकी मीडिया ने की कलाम के प्रतिभा की सराहना

अमेरिकी मीडिया ने भारत के परमाणु और अंतरिक्ष कार्यक्रम में मिसाइल मैन ए पी जे अब्दुल कलाम के योगदान पर प्रकाश डालते हुए उन्हें भारत की परमाणु क्षमताओं को जबरदस्त तरीके से आगे बढ़ाने वाला वैज्ञानिक...

अमेरिकी मीडिया ने की कलाम के प्रतिभा की सराहना
एजेंसीTue, 28 Jul 2015 04:35 PM
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अमेरिकी मीडिया ने भारत के परमाणु और अंतरिक्ष कार्यक्रम में मिसाइल मैन ए पी जे अब्दुल कलाम के योगदान पर प्रकाश डालते हुए उन्हें भारत की परमाणु क्षमताओं को जबरदस्त तरीके से आगे बढ़ाने वाला वैज्ञानिक करार दिया। कलाम का सोमवार को आईआईएम शिलांग में एक व्याख्यान देते समय दिल का दौरा पड़ने के बाद निधन हो गया। वह अक्तूबर में 84 वर्ष के होने वाले थे। उनके निधन के बाद से संपूर्ण भारत गहरे शोक में डूब गया है।

न्यूयार्क टाइम्स ने कलाम के निधन की सूचना देते हुए कहा कि वह अपने देश के परमाणु कार्यक्रम को जबरदस्त तरीके से आगे लेकर गए। समाचार पत्र ने कहा कि उन्होंने अपनी लोकप्रियता का इस्तेमाल करके भारत के लोगों से अपनी सैन्य क्षमताएं बढ़ाने और स्वयं को बाहरी ताकतों की प्रभुता के खतरे से आजाद करने की अपील की। द टाइम्स ने कहा कि कलाम ने भारत के बाहर बहुत कम समय बिताया।

द टाइम्स के अनुसार यह गौरव की बात थी कि भारत ने विदेशी शक्तियों की कोई खास मदद लिए बिना अपना बम विकसित किया। उन्होंने स्वयं को पूरी तरह से भारतीय करार दिया। वाशिंगटन पोस्ट ने कहा कि कलाम को उनके देश के पहले अंतरिक्ष उपग्रह विकसित करने में मदद करने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने 1980 के दशक में परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम पथ्वी और अग्नि बैलिस्टिक मिसाइलों के डिजाइन में मदद की।

पोस्ट ने कहा कि भारत ने जब 1998 में अपने परमाणु हथियारों का परीक्षण किया था तब उन्होंने उसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस परीक्षण के बाद देश पर प्रतिबंध लगाए गए थे लेकिन इस परीक्षण ने भारत में कलाम को जन नायक का दर्जा दिलाने में मदद की।

वाल स्ट्रीट जर्नल ने कहा कि तमिलनाडु में एक गरीब मुस्लिम परिवार में जन्मे कलाम अंतरिक्ष कार्यक्रम विकसित करने के अपने देश में प्रयासों में अग्रणी थे और वह रक्षा तकनीक में भारत को आत्म निर्भर बनाने के मजबूत समर्थक थे। उन्होंने भारत को पहला स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया जिसने देश को अंतरिक्ष के क्षेत्र मे अग्रणी देशों के एक विशिष्ट क्लब में खड़ा किया और भारत के मिसाइल विकसित करने के कार्यक्रम को निर्देशित किया।

डब्ल्यूएसजे ने कहा कि डा कलाम ने भारत की परमाणु क्षमताओं को आगे बढ़ाने मे अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 1998 में परमाणु परीक्षणों का नेतृत्व किया। इस तकनीकी उपलब्धि ने वैश्विक राजनीति में देश के स्थान को मजबूत बनाने में निर्णायक भूमिका निभाई।
 

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