'100 करोड़ी क्लब की हर फिल्म अच्छी नहीं'
नई पीढ़ी की जिन अभिनेत्रियों ने फिल्मी पृष्ठभूमि से ना होने के बावजूद बॉलीवुड में अपनी जगह बनाई है, उनमें हुमा कुरैशी का भी नाम है। वे काफी सोच-समझकर फिल्मों का चयन करती हैं। जल्द ही उनकी कई फिल्में...
नई पीढ़ी की जिन अभिनेत्रियों ने फिल्मी पृष्ठभूमि से ना होने के बावजूद बॉलीवुड में अपनी जगह बनाई है, उनमें हुमा कुरैशी का भी नाम है। वे काफी सोच-समझकर फिल्मों का चयन करती हैं। जल्द ही उनकी कई फिल्में रिलीज होने वाली हैं। पेश हैं उनसे बातचीत के प्रमुख अंश:
आपकी फिल्मों का चयन बताता है कि आपको जमीनी किरदार ज्यादा पसंद हैं और आम भूमिकाओं से दूर रहना चाहती हैं?
यह सही है कि मैं घिसे-पिटे रोल नहीं करना चाहती, लेकिन कमर्शियल सिनेमा का हिस्सा बनने की जरूर तमन्ना रखती हूं। दरअसल मैं परंपरागत सिनेमा का अनुसरण करते हुए अच्छी भूमिकाएं निभाना चाहती हूं। अच्छी बात यह है कि अब हमारे यहां फिल्मों में काफी प्रयोग हो रहे हैं। नई तरह की फिल्में लिखी जा रही हैं।
देखा गया है कि '100 करोड़ी क्लब' में तो ज्यादातर वे ही फिल्में दाखिल हो पा रही हैं, जो बड़े बजट की हैं। ऐसी फिल्मों से आपकी दूरी बनी हुई है?
मुझे इंडस्ट्री में आए हुए ज्यादा समय नहीं हुआ है। मुझे पूरा भरोसा है कि मैं भी किसी न किसी ऐसी फिल्म से जुड़ पाऊंगी, जो सौ करोड़ का बिजनेस करेगी। हालांकि सौ करोड़ का बिजनेस करनेवाली फिल्म अच्छी भी हो, यह जरूरी नहीं है। कई बार दर्शक औसत फिल्मों को भी हिट कर देते हैं।
बदलापुर' में आपका रोल काफी बोल्ड था, पर पर्दे पर कम दिखीं?
हर रोल का अपना महत्व होता है। मेरी भूमिका एक वेश्या की थी। ऐसे में किरदार बोल्ड होना ही था। वैसे भी 'बदलापुर' एक डार्क फिल्म थी।
मलयालम फिल्म के बारे में बताइए? भाषा को लेकर क्या समस्या हुई?
इस फिल्म का नाम है 'व्हाइट'। इसकी शूटिंग केरल में हुई है। मलयाली मेरे लिए एकदम नई भाषा है, लेकिन इसमें काम करते हुए मुझे बहुत मजा आया। शुरू में थोड़ी कठिनाई आई, लेकिन सभी के सहयोग से जल्द ही स्थिति सामान्य हो गई।
आप पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान के जीवन पर बन रही फिल्म 'अजहर' में ज्वाला गट्टा का किरदार निभा रही हैं?
इस रोल के बारे में मैं अभी कुछ नहीं बताऊंगी। इसकी शूटिंग चल रही है। फिल्म पूरी होने में थोड़ा समय है। मुझे ज्यादा कुछ बताने की अनुमति नहीं दी गई है।
गुरिंदर चड्ढा की फिल्म 'वायसराय हाउस' में आपका अहम रोल है?
हां, यह मेरी खुशकिस्मती है कि मैं गुरिंदर चड्ढा जैसी फिल्मकार के साथ काम कर रही हूं। यह फिल्म वायसराय लॉर्ड माउंटबेटेन के आखिरी दिनों की कहानी पर आधारित है। इसमें देश के विभाजन को सामने रखा गया है। मैं इसमें फातिमा जिन्ना की भूमिका में हूं। 'मुंबई सागा' फिल्म में भी जॉन अब्राहम, अनिल कपूर, विवेक ओबराय और मनोज बाजपेयी के साथ काम कर रही हूं। इसमें मुंबई अंडरवर्ल्ड की कहानी होगी।
हरि मृदुल