सुब्रमण्यम स्वामी के खिलाफ चुनाव आयोग गये सिब्बल
केंद्रीय कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी की इस शिकायत पर चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया कि सिब्बल ने अपनी पत्नी के व्यावसायिक हितों का खुलासा नहीं किया। कांग्रेस नेता ने कहा कि...
केंद्रीय कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी की इस शिकायत पर चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया कि सिब्बल ने अपनी पत्नी के व्यावसायिक हितों का खुलासा नहीं किया। कांग्रेस नेता ने कहा कि इस तरह के आरोप उन्हें बदनाम करने के इरादे से लगाये गये हैं।
मंत्री ने कहा कि स्वामी का यह दावा धार्मिक भावनाओं को भड़काने के मकसद से किया गया है कि उनकी पत्नी की हिस्सेदारी वाली एक कंपनी गौमांस का निर्यात करती है। सिब्बल ने कहा कि धार्मिक भावनाएं भड़काने का प्रयास करके आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया गया है।
सिब्बल ने कहा कि निजी गैरसूचीबद्ध कंपनियों में उनकी पत्नी के शेयरों की कीमत कानून के मुताबिक है और उनकी पत्नी ने अपने आयकर रिटर्न में उसकी जानकारी दी है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा कि चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र के लिए उनके नामांकन पत्र के साथ दाखिल पत्नी की संपत्तियों के ब्योरे में उक्त जानकारी दी गयी है।
सिब्बल ने अपनी याचिका में कहा कि किसी पर अभियोजन चलवाने के लिए जानबूझकर कोई झूठी शिकायत करना अपने आप में अपराध है। इसलिए मैं चुनाव आयोग से अनुरोध करता हूं कि आयोग को इस तरह का संदेश भेजने पर सुब्रमण्यम स्वामी और भाजपा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए।
उन्होंने आयोग से स्वामी तथा भाजपा के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में कार्रवाई करने का भी अनुरोध किया। प्रियंका गांधी के खिलाफ स्वामी के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सिब्बल ने कहा कि हम ऐसे किसी व्यक्ति से बेहतरी की उम्मीद नहीं कर सकते जो केवल अपशब्द और नफरत भरी बातें बोलते हैं।
स्वामी ने पिछले हफ्ते चुनाव आयोग में शिकायत कर आरोप लगाया था कि सिब्बल ने जानबूक्षकर अपने हलफनामे में अपनी पत्नी की कंपनियों का ब्योरा नहीं दिया। उन्होंने सिब्बल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।