बहुआयामी क्षेत्र है मीडिया मैनेजमेंट
मैं इकोनॉमिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहा हूं। साथ ही एमबीए की तैयारी भी कर रहा हूं तथा भारत में कई और विकल्प भी तलाश रहा हूं। कृपया बताएं कि किसी भी फैसले तक पहुंचने के लिए मेरा मानदंड क्या होना...
मैं इकोनॉमिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहा हूं। साथ ही एमबीए की तैयारी भी कर रहा हूं तथा भारत में कई और विकल्प भी तलाश रहा हूं। कृपया बताएं कि किसी भी फैसले तक पहुंचने के लिए मेरा मानदंड क्या होना चाहिए?
एमबीए के लिए एक बेहतर बी-स्कूल की तलाश आपके करियर में एक अहम मोड़ ला सकती है, इसलिए एक अच्छे बी-स्कूल के लिए आपको देश के किसी भी कोने में जाना पड़े तो जाएं। एमबीए की डिग्री आपसे काफी समय की मांग करती है। आज देश के कुछ बड़े बी-स्कूलों में एमबीए में एडमिशन के लिए कार्य अनुभव जरूरी है। कुछ समय पहले तक किसी नामी संस्थान में एडमिशन के लिए आपका एक अच्छा एकेडमिक रिकॉर्ड और प्रवेश परीक्षाओं में अच्छा परफॉर्म करना ही काफी था, पर आज कुछ बी-स्कूल कार्य अनुभव की मांग भी कर रहे हैं। जिन छात्रों के पास काम का अच्छा रिकॉर्ड होता है, उन्हें फ्रेश ग्रेजुएट्स की अपेक्षा ज्यादा वरीयता दी जाती है। माना जाता है कि कार्य अनुभव वाले लोगों के पास ज्यादा प्रेक्टिकल नॉलेज होती है और इसलिए वे नई जानकारी को बड़ी आसानी से ग्रहण कर पाते हैं। उदाहरण के तौर पर देखें तो अक्सर फ्रेश छात्रों की अपेक्षा अनुभवी छात्र मैनेजमेंट और संगठनात्मक व्यवहार सरीखे लोगों से जुड़े विषयों को ज्यादा ठीक से ग्रहण कर पाते हैं।
आजकल कंपनियों में भी उन्हीं लोगों की मांग ज्यादा बढ़ी है, जिनके पास उनके क्षेत्र का अच्छा-खासा अनुभव हो, ताकि उनकी संस्था में ट्रेन्ड लोगों की एक खेप तैयार हो सके। इंटरव्यू पैनल में अक्सर पूछा जाने वाले सवाल कि आपने एमबीए क्यों चुना, का सही जवाब देने में आपका कार्य अनुभव आपकी काफी मदद कर सकता है। अगर आपने अपनी असल जिंदगी में प्रबंधकीय और पेशेवर दिक्कतों का सामना किया है तो आप केस-स्टडी में आई वैसी ही दिक्कतों से खुद को बेहतर तरीके से जोड़ पाएंगे। आपका कार्य अनुभव थियोरेटिकल नॉलेज और प्रेक्टिकल अनुभव के बीच के अंतर को कम करता है। ये आपको लक्ष्यों की स्पष्टता, समीक्षा और बाजार की समझ प्रदान करता है।
मैं केमिकल इंजीनियरिंग स्टूडेंट हूं, लेकिन मेरी पर्यावरण में दिलचस्पी है। क्या आप मुझे बता सकते हैं कि मैं इंडियन फॉरेस्ट सर्विसेज में करियर कैसे बना सकता हूं?
अगर आप पर्यावरण और वन्य जीवों से प्यार करते हैं तो भारतीय वन सेवा आपको एक चुनौतीपूर्ण और साहसिक करियर प्रदान करती है। यह क्षेत्र डेस्क और फील्ड वर्क दोनों का मिश्रण है।
ये मुख्य रूप से वन, वनस्पतियों और जीव, वनीकरण, वन्य जीवन, राजस्व संग्रह आदि के प्रबंधन, रखरखाव और संरक्षण से संबंधित है। इस सेवा के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए आपको संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित भारतीय वन सेवा परीक्षा में शामिल होना पडेगा। इसके लिए इनमें से किसी एक विषय - पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान, भूविज्ञान, गणित, भौतिकी, सांख्यिकी और जूलॉजी या वानिकी एवं कृषि में बैचलर्स, इंजीनियरिंग या समकक्ष शैक्षणिक योग्यता होनी जरूरी है।
हमारे देश में मीडिया मैनेजमेंट में क्या स्कोप है?
मिता दासगुप्ता
मीडिया मैनेजमेंट और कम्युनिकेशन मैनेजमेंट में अकाउंट प्लानिंग एवं मैनेजमेंट, ब्रांड मैनेजमेंट, मीडिया प्लानिंग मैनेजमेंट और मार्केट रिसर्च शामिल हैं। इस विषय से जुड़े प्रोग्राम के तहत स्टूडेंट को मीडिया मैनेजमेंट की बहु-विषयक जानकारी आदि के बारे में पता चलता है। वहीं वह मीडिया टेक्नोलॉजी, उसके बुनियादी भाग के साथ-साथ मार्केट स्टडी, व्यवसाय विकास, संगठन और अर्थशास्त्र के बारे में भी जान पाते हैं। प्रोग्राम के मुख्य लाभ हैं-बदलते मीडिया परिवेश को समझने की योग्यता बढ़ाने के साथ शोध और टेक्नोलॉजी का विश्लेषण, व्यवस्थापन, व्यवसायिक वातावरण के अलावा प्रभावशाली मैनेजर पैदा करना।
मीडिया एवं कम्युनिकेशन पर प्रबंधकीय विशेषज्ञता के जरिए अंतरराष्ट्रीय, बहुविषयक फोकस।
मीडिया मैनेजमेंट पढ़ने का उद्देश्य प्रबंधन के सामान्य अनुशासन एवं मीडिया उद्योग और संगठन के बीच पुल का निर्माण करना है।
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