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धर्म का भी सम्मान हो

फ्रांसीसी व्यंग्य साप्ताहिक शार्ली एबदो ने अपने नए अंक के कवर पन्ने पर फिर से पैगंबर मोहम्मद का कार्टून छापा है। कुछ दिनों पहले ही इसके पेरिस दफ्तर पर आतंकी हमला हुआ था। हम समझते हैं कि यह कार्टून उस...

धर्म का भी सम्मान हो
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 18 Jan 2015 07:03 PM
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फ्रांसीसी व्यंग्य साप्ताहिक शार्ली एबदो ने अपने नए अंक के कवर पन्ने पर फिर से पैगंबर मोहम्मद का कार्टून छापा है। कुछ दिनों पहले ही इसके पेरिस दफ्तर पर आतंकी हमला हुआ था। हम समझते हैं कि यह कार्टून उस आतंकी हमले का जवाब है,  जिसमें 12 लोग मारे गए थे। यह प्रेस की आजादी के पक्ष में अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन भी है। सात जनवरी को जो हमला हुआ,  उसकी निंदा दुनिया भर ने की। इसमें कई मुस्लिम देश और संगठन भी शामिल हैं। मृतकों और उनके परिजनों के सम्मान में पेरिस में जो मार्च हुआ था,  उसमें कई देशों के नेता व दुनिया भर के प्रतिष्ठित लोग इकट्ठा हुए थे। दरअसल,  यह मार्च ऐलान था कि दुनिया आतंकवाद के सामने घुटने नहीं टेकेगी। हम भी इसी दुनिया का हिस्सा हैं। हमारी सहानुभूति उन कार्टूनिस्टों और बेगुनाह लोगों के साथ है,  जो आतंकियों के निशाने बने। हम आतंकियों के बर्बर कृत्य की आलोचना करते हैं। लेकिन हम अपनी इस समझ पर भी परदा नहीं डालना चाहते कि प्रेस की स्वतंत्रता के लिए किसी धर्म या संस्कृति के सम्मान से समझौता नहीं किया जाना चाहिए। धर्म और संस्कृति के सवाल पर प्रेस को सौहार्दपूर्ण संवाद को बढ़ावा देना चाहिए और विभिन्न संस्कृतियों व धर्मों के बीच परस्पर मैत्रीपूर्ण बातचीत का रास्ता अपनाना चाहिए,  बजाय लोगों के शांतिपूर्ण सहअस्तित्व को नुकसान पहुंचाने के।

यह स्वाभाविक ही है कि मिस्र और कुछ दूसरे मुस्लिम देशों ने शार्ली एबदो के नए कवर पर पैगंबर मुहम्मद के छपे कार्टून के खिलाफ असंतोष दर्ज कराए। अगर डेढ़ अरब की मुस्लिम आबादी में से ज्यादातर यह मानते हैं कि पैगंबर का चित्रण वर्जित है और वे इस्लामी कट्टरवाद और आतंकवाद के भी विरोधी हों,  तो हमें अलग तरीके से सोचना ही चाहिए। एक-दूसरे की मान्यताओं का सम्मान ही अलग-अलग धर्मों और संस्कृतियों को एक मंच पर लाने की पहली आवश्यकता है। शार्ली एबदो को वे कार्टून छापने की आजादी है,  जो उसके संपादक छापना चाहते हैं। पर हकीकत यह है कि मुसलमान खुद को आहत महसूस करते हैं,  जो पश्चिम और मुस्लिम दुनिया के बीच सौहार्दपूर्ण संवाद को प्रभावित करेगा।  
चाइना डेली,  चीन

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