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अच्छे रास्ते

उन्हें क्रिकेट के बारे में ज्यादा नहीं पता था,  फिर भी वह सचिन तेंदुलकर के गहरे प्रशंसक थे। कारण पूछने पर उन्होंने बताया कि सचिन उनके लिए बटोरे गए रन के लिए महान नहीं हैं,  बल्कि इसलिए हैं...

अच्छे रास्ते
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 09 Apr 2015 09:38 PM
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उन्हें क्रिकेट के बारे में ज्यादा नहीं पता था,  फिर भी वह सचिन तेंदुलकर के गहरे प्रशंसक थे। कारण पूछने पर उन्होंने बताया कि सचिन उनके लिए बटोरे गए रन के लिए महान नहीं हैं,  बल्कि इसलिए हैं कि लक्ष्य के साथ-साथ उसे पाने के तरीके को भी उन्होंने पवित्र रखा। खेल और जंग में सब जायज होने की सोच को दरकिनार कर वह बस खेल भावना से खेलते रहे। दरअसल, हम जैसे-जैसे आगे बढ़ रहे हैं, हमारी गति तेज होती जा रही है। हम अच्छाई और कामयाबी के बीच संतुलन नहीं बना पा रहे। यहां बैडमिंटन खिलाड़ी पुलेला गोपीचंद का जिक्र स्वाभाविक है, जिन्होंने शीतल पेय और सिगरेट का विज्ञापन करने से इस तर्क से इनकार कर दिया कि वे अपने चहेतों से ऐसी किसी चीज का सेवन करने को नहीं कह सकते, जो उनके लिए हानिकारक है। ऐसे लोग दुर्लभ हैं, खासकर सफल लोग।

इस मसले पर हाउ मैन मेजर्स सक्सेस के लेखक जेन स्मोके कहते हैं कि सफलता और इसे पाने के रास्ते को विरोधाभासी नहीं होना चाहिए,  लेकिन ऐसा अक्सर होता है। हम सफल व्यक्तियों की तरह होना चाहते हैं। उसके जैसी प्रसिद्धि, ताकत, पैसा हासिल करना चाहते हैं, पर यह नहीं देखना चाहते कि उसके लिए संबंधित व्यक्ति ने क्या रास्ते अपनाए। ऐसा देखें, तो शायद उस व्यक्ति के प्रति हमारे विचार बदल जाएं। यहां क्रिकेटर हेन्सी क्रोनिए को याद करें। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की टीम को शानदार मुकाम दिया, लेकिन जैसे ही पता चला कि वह मैच फिक्सिंग में शामिल थे, उनके सारे कद्रदान गुम हो गए। दुनिया के सबसे बड़े अमीरों में एक वारेन बफेट ने यहां एक खूबसूरत बात कही है। उन्होंने कहा है कि पैसा,  प्रसिद्धि और शक्ति हासिल करने से कई गुणा कठिन है अपनी अच्छाइयों को बनाए रखना। वह कहते हैं कि जेब में हजारों डॉलर हो, लेकिन किसी नेत्रहीन को सड़क पार कराते समय हम दो बार सोचें, तो सारी संपदा बेकार है।

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