संगीत के शाहजादे आर. डी. बर्मन वास्तव में भी थे शाहजादे...
फिल्म संगीत की दुनिया के शहजादे राहुल देव बर्मन सचमुच के भी शहजादे थे और त्रिपुरा के राजपरिवार से उनका रिश्ता था। अपनी किताब आर. डी. बर्मन - द प्रिंस ऑफ म्यूजिक- में पंचम दा के नए अक्स पेश करने...
फिल्म संगीत की दुनिया के शहजादे राहुल देव बर्मन सचमुच के भी शहजादे थे और त्रिपुरा के राजपरिवार से उनका रिश्ता था।
अपनी किताब आर. डी. बर्मन - द प्रिंस ऑफ म्यूजिक- में पंचम दा के नए अक्स पेश करने वाले खगेश देव बर्मन कहते हैं, इसमें कोई शक नहीं है कि आर. डी. संगीत के शहजादे थे, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि वह भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे पुराने राजवंश के भी वंशज थे। यह राजवंश शायद जापानी राजवंश के बाद दूसरा था, जिसका रिश्त लगातार 1000 साल तक जाता है।
दरअसल, खगेश का भी त्रिपुरा के उसी राजवंश से रिश्ता है, जिससे पंचम दा जुड़े थे।
रूपा पब्लिकेशन्स से प्रकाशित इस किताब में पंचम दा के जीवन के विभिन्न पहलुओं को खंगालने की कोशिश की गई है और साथ ही समकालीन कलाकारों के साथ उनके रिश्तों की पड़ताल की गई है।
इस किताब में किशोर कुमार के साथ उनकी दोस्ती, आशा भोंसले के साथ उनके संबंध और सबसे बढ़ कर अपने पिता सचिन देव बर्मन के साथ उनके तल्ख रिश्तों की पड़ताल करने की कोशिश की गई है।
खगेश ने इस किताब में पंचमदा के जन्मदिन 27 जून 1939 से 4 जनवरी 1994 को उनके निधन तक के उनके विभिन्न काल खंड को खंगालने की कोशिश की है कि कैसे विलक्षण मेधा वाला एक बच्चा संगीत की दुनिया का चमकता सितारा बना।