स्वच्छ शहरों का सूची तैयार करेगी सरकार
देश में सफाई को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन मंत्रालय स्वच्छता सूचकांक की तैयारी कर रहा है। इस सूचकांक में देश के पांच सबसे स्वच्छ शहर सूचीबद्ध होंगे। शहरों के अलावा पांच साफ-सूधरी ग्राम पंचायत और...
देश में सफाई को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन मंत्रालय स्वच्छता सूचकांक की तैयारी कर रहा है। इस सूचकांक में देश के पांच सबसे स्वच्छ शहर सूचीबद्ध होंगे। शहरों के अलावा पांच साफ-सूधरी ग्राम पंचायत और ऐतिहासिक स्मारकों को भी सूचीबद्ध करने की तैयारी है। इसके लिए पर्यटन मंत्रलय ने दिशा-निर्देश तैयार कर लिए हैं।
पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीपद नाइक ने कहा कि सरकार पर्यटन को बढावा देने पर विशेष ध्यान दे रही है। स्वच्छता सूचकांक के बारे में सवाल किए जाने पर पर्यटन सचिव परवेद दीवान ने कहा कि इसकी पद्धति को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसमें सिर्फ स्वच्छ शहर बताए जाएगें। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे कम साफ सुधरे शहरों को आभास होगा कि उन्हें सबसे गंदा नहीं होना चाहिए।
श्रीपद नाइक ने कहा कि मंत्रालय ने 50 सर्किटों को विकसित करने का निर्णय लिया है। इनमें से पांच पर्यटन सर्किटों पर विशेष थीम के मुताबिक काम भी शुरु हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि घाटों के विकास की योजनाएं समय के मुताबिक चल रही हैं, इसमें चार साल का वक्त लगेगा। साथ ही उन्होंने पर्यटकों की सुरक्षा और सम्मान पर भी काफी जोर दिया।
कानून व्यवस्था से पर्यटन पर पड़ने वाले असर के बारे में सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि छोटी-मोटी घटनाएं होती रहती है और इससे क्षेत्र पर असर पड़ता है। इसके लिए मंत्रलय पर्यटकों की सुरक्षित और सम्मानजनक पर्यटन पर जोर दे रहा है। कुछ दिन पहले वित्त मंत्री अरुण जेतली के दिल्ली में सामूहिक बलात्कार की छोटी घटना के खबरों में बने रहने से पर्यटन पर प्रतिकूल असर के बयान पर काफी विवाद हुआ था।