फोटो गैलरी

Hindi Newsसीमा विवाद: केंद्र ने किया गोगोई के बयान का खंडन

सीमा विवाद: केंद्र ने किया गोगोई के बयान का खंडन

केंद्र ने बुधवार को असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के उस बयान को आधारहीन बताते हुए खारिज किया है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि सीआरपीएफ असम-नगालैंड सीमा विवाद में हस्तक्षेप नहीं कर रहा था। केंद्र...

सीमा विवाद: केंद्र ने किया गोगोई के बयान का खंडन
एजेंसीWed, 20 Aug 2014 03:45 PM
ऐप पर पढ़ें

केंद्र ने बुधवार को असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के उस बयान को आधारहीन बताते हुए खारिज किया है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि सीआरपीएफ असम-नगालैंड सीमा विवाद में हस्तक्षेप नहीं कर रहा था। केंद्र ने गोगोई के बयान को खारिज करते हुए कहा है कि केंद्रीय बल राज्य के अधिकार में हैं।

गृह राज्यमंत्री कीरेन रिजिजू ने कहा कि स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते दोनों राज्यों की सीमा पर हुई झड़पों में नौ लोग मारे गए और दोनों राज्यों के पुलिस बलों की संयुक्त गश्त द्वारा इससे बचा जा सकता था।

एक समारोह से इतर उन्होंने कहा कि जहां तक सीमा विवाद की बात है, तो दोनों सरकारों को बैठकर बातचीत करनी चाहिए। हम केवल मदद कर सकते हैं। लेकिन सीआरपीएफ और हमपर आरोप लगाना सही नहीं है। कानून और व्यवस्था उनकी जिम्मेदारी है। हम केंद्रीय बल भेजते हैं लेकिन उनका नियंत्रण राज्य सरकार करती है।

रिजिजू ने कहा कि मुख्यमंत्री के आरोप आधारहीन हैं। मंत्री ने कहा कि वे कल गुवाहाटी जा रहे हैं और असम एवं नागालैंड के मुख्यमंत्रियों क्रमश: गोगोई एवं टी आर जेलियांग से एकसाथ बैठने और मुद्दे को हल करने के लिए बात करेंगे।

उन्होंने कहा कि हम इन घटनाओं के बारे में चिंतित हैं। हमने फैसला किया है कि :राज्यों की सीमा पर: संयुक्त गश्त की जानी चाहिए। संयुक्त गश्त के दौरान केंद्रीय बलों की ओर से सहयोग मिलेगा।

अरुणाचल के सांसद रिजिजू ने कहा कि यदि दोनों राज्य सरकारें आपस में बातचीत नहीं करतीं तो यह समस्या बार-बार सामने आती रहेगी।

उन्होंने कहा कि गृहमंत्रालय में हम चाहते हैं कि पूर्वोत्तर में सीमा से जुड़े सभी विवाद उनके बीच आपस में ही सुलझ जाएं। कल मैं गुवाहाटी जा रहा हूं और मैं दोनों मुख्यमंत्रियों को बताऊंगा कि ये मौतें लापरवाही के चलते हुई हैं और अगर संयुक्त गश्त की जाती, तो हमें इतनी जिंदगियां गंवानी नहीं पड़तीं।

रिजिजू ने कहा कि वे केंद्रीय सुरक्षा बलों द्वारा प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए गोली चलाने के मुद्दे पर तथ्यों को जाने बिना कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं सुरक्षा बलों द्वारा गोलीबारी किए जाने की जांच के बिना कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीआरपीएफ के जवानों ने गोली चलाई तो मैं कहूंगा कि केंद्रीय बल राज्य प्रशासन के दिशा निर्देशों और नियंत्रण के अनुरूप काम करते हैं। राज्य की पुलिस केंद्रीय बलों को दिशानिर्देश देती है।

मंत्री ने जोर देकर कहा कि केंद्र ने केंद्रीय बल तब भेजे, जब राज्य सरकारें मुद्दे को हल करने में समर्थ नहीं थीं और स्थानीय झड़पों के कारण कुछ लोग मारे गए।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें