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महाराष्ट्र में भाजपा ने दिए नरमी के संकेत

उपचुनावों में भाजपा को लगे झटके का पहला असर महाराष्ट्र में पड़ सकता है। शिवसेना के साथ पुराने सीट समझौते की जगह बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर अड़ी भाजपा ने कुछ नरमी के संकेत दिए है। बुधवार...

महाराष्ट्र में भाजपा ने दिए नरमी के संकेत
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 29 Sep 2014 08:08 PM
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उपचुनावों में भाजपा को लगे झटके का पहला असर महाराष्ट्र में पड़ सकता है। शिवसेना के साथ पुराने सीट समझौते की जगह बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर अड़ी भाजपा ने कुछ नरमी के संकेत दिए है। बुधवार देर रात मुंबई पहुंच रहे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अगले दो दिनों में समझोते को अंतिम रूप दे सकते हैं। नए फार्मूले में भाजपा को आठ से दस सीट ज्यादा मिल सकती है, जबकि शिवसेना के हिस्से की लगभग 20 सीटें घट सकती है। दोनों के छोटे सहयोगी दलों को एक दर्जन सीटें मिल सकती हैं।

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह बुधवार रात को मुंबई में पार्टी नेताओं के साथ गठबंधन के मुद्दे पर विचार विमर्श करेंगे। सूत्रों के अनुसार नए माहौल में भाजपा अब अड़ियल रुख अपनाकर गठबंधन तोड़ने से बचेगी, बल्कि दबाब बनाकर अपनी सीटें बढ़ाने व शिवसेना की घटाने पर जोर देगी। नए फार्मूले के मुताबिक राज्य की 288 सीटों में भाजपा 125 से 127 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, जबकि शिवसेना लगभग 150 सीटों पर।

नए सहयोगी दलों को एक दर्जन सीटें दी जाएगी। अभी तक दोनों दलों के बीच 117 (भाजपा) व 171 (शिवसेना) सीटों पर चुनाव लड़ते रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में आपसी सहमति से भाजपा ने 119 व शिवसेना ने 169 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

अखर रही है मुंडे की कमी
भाजपा को उपचुनावों के झटके के साथ गोपीनाथ मुंडे की कमी भी अखर रही है। प्रदेश के मजबूत पिछड़ा वर्ग के नेता मुंडे का उन क्षेत्रों में खासा असर था, जो शिवसेना के हिस्से में आते है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र फड़नवीस व विनोद तावडे अपने अपने क्षेत्रों में असरदार है, लेकिन उनका प्रदेशव्यापी प्रभाव कम है।

अमित शाह ने भरा कार्यकर्ताओं में जोश
लोकसभा चुनावों में मिली भारी सफलता के बाद उपचुनावों के लगातार तीसरे दौर में लगे झटके ने भाजपा को सतर्क कर दिया है। पार्टी की चुनावी रणनीति से जुड़े एक प्रमुख नेता ने स्वीकार किया है कि उपचुनावों में स्थानीय कारणों के साथ पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं में अति आत्मविश्वास भी हार की वजह रहा है।

उधर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कर्नाटक में एक कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं में उत्साह भरते हुए कहा है कि वे इन नतीजों से निराश न हों। जल्दी ही 19 अक्टबूर (महाराष्ट्र व हरियाणा के विधानसभा चुनावों के नतीजे घोषित होंगे) को उन्हें जश्न मनाने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता पूरी मजबूती से काम करें। हरियाणा व महाराष्ट्र में परिवर्तन की लहर है और दोनों जगह भाजपा सरकार बनाने जा रही है। 

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