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महाराष्ट्र सरकार में घोटालों के मुद्दे पर गुटबाजी, शिवसेना ने भी पंकजा-तावड़े से इस्तीफे की मांग की

महाराष्ट्र में एक के बाद एक कथित घोटाले सामने आने से जहां मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की नेतृत्व वाली भाजपा सरकार परेशान है वहीं इन घोटालों के मुद्दे पर गुटबाजी भी उभर कर सामने आने लगी है। इस...

महाराष्ट्र सरकार में घोटालों के मुद्दे पर गुटबाजी, शिवसेना ने भी पंकजा-तावड़े से इस्तीफे की मांग की
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 30 Jun 2015 08:21 PM
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महाराष्ट्र में एक के बाद एक कथित घोटाले सामने आने से जहां मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की नेतृत्व वाली भाजपा सरकार परेशान है वहीं इन घोटालों के मुद्दे पर गुटबाजी भी उभर कर सामने आने लगी है।

इस गुटबाजी की वजह से 206 करोड़ रूपए के चिक्की घोटाले के आरोप में कथित रूप से घिरी राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे अलग-थलग दिख रही हैं जबकि 191 करोड़ रूपए के अग्निशमन यंत्र की खरीदी के ठेके की मंजूरी देने के मामले में अनियमितता के आरोप का सामने करने वाले राज्य के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े के बचाव में वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार और सहकारिता मंत्री चंद्रकांत पाटील खुलकर आगे आए हैं।

इधर सरकार में शामिल शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत ने  घोटालों के आरोपों में घिरे पंकजा और तावड़े से इस्तीफे की मांग की और बेदाग साबित करने के लिए जांच के सामने आने के लिए कहा है।

भाजपा के दिग्गज नेता दिवंगत गोपीनाथ मुंडे की बेटी और मंत्री पंकजा का नाम कथित घोटाले में तब उछला जब वह विदेश में थीं। मंगलवार को वह मुंबई लौटीं और एयरपोर्ट के बाहर अपना शक्ति प्रदर्शन किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं के सामने खुद को बेदाग बताया।

वह मीडिया के सामने बुधवार को आएंगी और अपना पक्ष रखेंगी। लेकिन अग्निशमन यंत्र के मामले में तावड़े का नाम जैसे ही उछला तो राज्य के दो मंत्री पाटील और मुनगंटीवार ने उनके साथ प्रेस कांफ्रेंस करके सफाई दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्णय करने की प्रक्रिया में कोई अनियमितता नहीं हुई और एक पैसे का भी घोटाला नहीं हुआ है।

तावड़े की तरह सरकार के किसी मंत्री ने पंकजा का बचाव नहीं किया है। अलबत्ता पंकजा ने ब्लॉग के जरिए अपनी सफाई दी थी। इस बीच मुख्यमंत्री ने आरोप लगाने वाली पार्टी कांग्रेस से सबूत देने की बात कही। इसके बाद मंगलवार को कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को एक हजार पन्नों के सबूत पेश किए और जांच कराने की मांग की है। उन्होंने पंकजा से इस्तीफे की भी मांग की है।

उधर सरकार में एकजुटता नहीं होने के सवाल पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रावसाहेब दानवे ने सफाई दी है कि राज्य सरकार एकजुट होकर काम कर रही है और मंत्रियों के बीच कोई विवाद नहीं है।

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